अमरसागर को खत्म कर रहा…भूमाफिया
शहर की वीआइपी ग्राम पंचायत कहे जाने वाले अमरसागर ग्राम पंचायत में अतिक्रमियों पर कोई अंकुश नहीं है। शहर से तीन किमी दूर अमरसागर ग्राम पंचायत की जमीन पर तो गिद्ध दृष्टि की तरह भूमाफिया लगा हुआ है। भूखण्ड, आवाजाही का रास्ता, अमरसागर तालाब के आगोर की जमीन से लेकर ग्राम पंचायत की जमीन पर काबिज हुए अतिक्रमियों को हटाने की बड़ी कार्रवाई प्रशासन ने नहीं की है।कलक्टर की रात्रि चौपाल में बात कही: रात गई बात गई
ऐसा नहीं है कि जिला कलक्टर या अन्य अधिकारियों को यह पता नहीं है। अमरसागर ग्राम पंचायत क्षेत्र में आने वाली बेशकीमती जमीन यूआइटी के अंतर्गत आती है। ग्राम पंचायत अमरसागर में आयोजित रात्रि चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने अतिक्रमण की शिकायत की थी। उन्होंने अतिक्रमण हटाने के संबंध में प्रार्थना-पत्र पेश किया। जिला कलक्टर ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी को इस संबंध मेंं यूआइटी अधिकारियों के साथ विकास अधिकारी की टीम बना कर इसकी जांच कराने व कार्यवाही का कहा था।यों समझिए गणित
अमरसागर ग्राम पंचायत के पास में भूमाफिया करीब छह हजार रुपए का खर्चा कर यहां पत्थर लगाकर जमीनों पर काबिज हो रहा है। इसके बाद वे शहर व आसपास के लोगों को बरगलाकर यहां लाते हैै। भूखण्ड दिखाकर उसका स्टाम्प पर बेचान हो रहा है। लाखों रुपए खरीददार से वसूले जा रहे है।सरकार करोड़पति हो जाए
प्रशासन इसी जमीन से अतिक्रमियों को हटाकर जैसलमेर के आसपास में कॉलोनियां बना दे या इसका खुद ही नीलामी करे तो करोड़पति हो जाए। जो आय सरकार के हिस्से में आनी चाहिए, वो भूमाफिया की जेब भर रही है।कर रहे चिन्हित
अमरसागर क्षेत्र में रात्रि चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने अतिक्रमणों की शिकायत की थी। इस सम्बन्ध में यूआइटी को अतिक्रमणों को चिन्हित करने के लिए कहा गया है। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई होगी।-भागीरथ विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, जैसलमेर07:49 PM