नवरात्रा के अंतिम दिन जाज्वला माता मंदिर में हुआ हवन का आयोजन
पोकरण. शारदीय नवरात्रा की पूर्णाहुति के मौके पर अंतिम दिन मंगलवार को कस्बे के व्यासों की बगेची स्थित जाज्वला देवी मंदिर में परंपरागत रूप से हवन किया गया। उल्लेखनीय है कि कस्बे सहित क्षेत्र के तमाम देवी मंदिरों में नवरात्रा के दौरान दुर्गाष्टमी को हवन व यज्ञ का आयोजन किया जाता है। जबकि जाज्वला देवी व हिंगलाज माता मंदिर में महानवमी के दिन हवन कर नवरात्रा की पूर्णाहुति की जाती है। मंदिर में सुबह से ही दर्शनार्थियों का तांता लगा हुआ था। इस मौके पर बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, फलोदी आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए व्यास समाज के लोगों ने यहां पहुंचकर अपनी कुलदेवी के दर्शन किए।
दोपहर में हुआ हवन का आयोजन
नवरात्रा के समापन के मौके पर मंदिर में हवन किया गया। इसमें यजमानों ने अपनी ओर से आहुतियां दी तथा देश में अमन, चैन, खुशहाली व भाईचारे के लिए प्रार्थना की। आचार्य पंडित बीकानेर से आए कृष्णकुमार छंगाणी व कन्हैयालाल छंगाणी के सानिध्य में मुख्य यजमान किरीट व्यास ने पूजन किया। इसके बाद यजमान किरीट, जसराज, दिनेश, राकेश, राहुल, दीपक, हेमेन्द्र, जतिन व्यास सहित यजमानों की ओर से आहुतियां दी गई। इस दौरान पुजारी नरपतगिरी, समाजसेवी महेन्द्र व्यास, जुगलकिशोर व्यास सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। शाम 7 बजे आरती के पश्चात् प्रसादी का वितरण किया गया। नवरात्र को देखते हुए मंदिर को आकर्षक रोशनी, सुगंधित फूल मालाओं से सजाया गया। इसी प्रकार हिंगलाज माता मंदिर में भी यजमानों की ओर से पूजा-अर्चना की गई। दोपहर बाद आयोजित हवन में सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने अपनी ओर से आहुतियां दी।