नजर आती है बाजारों सी रौनक
गड़ीसर सरोवर क्षेत्र में शाम से लेकर रात के समय में ऐसा लगता है मानो कोई बहुत व्यस्त बाजार हो। वहां खाने-पीने की सामग्रियों के विभिन्न ठेलों के अलावा आर्टिफिशियल ज्वैलरी, राजस्थानी परिधानों व अन्य सामान की अस्थायी दुकानें लगती हैं, जहां पर्यटक अपनी पसंद की वस्तुओं की खरीद करते हैं। इसके अलावा नगरपरिषद की तरफ से कई ऐसे आइटम रखवाए गए हैं, जिनके आगे खड़े होकर पर्यटक अवश्य फोटो खिंचवाते हैं। ऐतिहासिक टीलों की प्रोल के भीतर से नौकायन करना रात के समय सैलानियों को खूब रास आ रहा है। इसी दौरान लाइट एंड साउंड शो देखने के लिए भी देशी-विदेशी पर्यटक जुट रहे हैं।
सुकून और शांति भी
वैसे गड़ीसर में एक तरफ सैलानियों की रौनक और सीजन के दौरान अच्छी भीड़ नजर आती है, वहीं थोड़ी दूरी पर जाने से वहां शांति व सुकून भी बेहिसाब मिलता है। अनेक सैलानी वहां बंगलियों व बारादरियों में बैठ कर शांत जल को शाम के समय निहारना पसंद करते हैं। शाम के समय सरोवर के किनारे बने विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने भी अनेक लोग जुटते हैं। इससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिकता का भी रंग जमता है। सैलानियों को गड़ीसर के किनारे बने कई रेस्तराओं व चाय-कॉफी मिलने के ठिकानों पर समय व्यतीत करने का अच्छा साधन मिल रहा है।
सबसे सुंदर स्थान
जैसलमेर में वैसे तो अनेक दर्शनीय स्थल है लेकिन शाम के समय गड़ीसर सरोवर सबसे सुंदर स्थान नजर आया। यहां परिवार के साथ समय गुजारने का अनुभव लम्बे समय तक याद रहेगा।