लाखों रुपए की राशि खर्च
पंचायत समिति के भवन का निर्माण वर्षों पूर्व करवाया गया था। ऐसे में भवन के जर्जर व क्षतिग्रस्त हो जाने पर दो-तीन वर्ष पूर्व यहां नए भवनों का निर्माण कार्य शुरू किया गया। यहां नए सभागार, कार्यालय कक्षों व आवासों के भवन निर्माण पर लाखों रुपए की राशि खर्च की गई है। इन भवनों का निर्माण कार्यालय परिसर में उत्तर व पूर्व दिशा में करवाया गया है, साथ ही ये अत्याधुनिक सुविधाओं से भी युक्त है।
पुराने भवन दे रहे हादसे को न्योता
समिति परिसर में नए भवन के पीछे की तरफ पुराने भवनों को ऐसे ही छोड़ दिया गया है। ये पुराने भवन जोधनगर की तरफ स्थित है और पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर जर्जर हो चुके है। इसके साथ ही इनके गिरने व ध्वस्त हो जाने का खतरा बना हुआ है। जोधनगर में घनी आबादी निवास करती है और आसपास निवास करने वाले परिवारों के बच्चे यहीं आसपास खेलते है। कई बार छोटे बच्चे अज्ञानता व हादसे से बेखबर इन भवनों के नीचे तक चले जाते है। ऐसे में यहां कभी किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।
निकल गए पत्थर, चारदीवारी भी टूटी
यहां निर्मित एक भवन के पत्थर पूरी तरह से निकलकर बाहर आ गए है। इसके अलावा वर्षों पुरानी चारदीवारी भी पूरी तरह से बिखर गइ है। ऐसे में इस भवन के गिरने की आशंका बनी हुई है। इसी प्रकार चारदीवारी क्षतिग्रस्त होने के कारण पशुओं के समिति कार्यालय परिसर में विचरण की आशंका बनी हुई है। ऐसे में गंदगी फैलने की भी आशंका है। जबकि जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
हो सकता है हादसा
पुराने भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त पड़े है। बच्चे भी यहीं पास ही खेलते है। यदि कभी भवन गिरा तो किसी कच्चे के चोटिल होने अथवा हादसा हो जाने का खतरा बना हुआ है।