रंग-बिरंगी लाइटों में सजी स्वर्णनगरी
पारंपरिक गरबा और डांडिया रास में महिलाएं और युवतियां अपने रंगीन परिधानों और आभूषणों के साथ सजधज कर शामिल होती हैं। विभिन्न मंडलों में भीड़ उमड़ रही है, जहां गुजराती गीतों से लेकर फिल्मी गानों तक हर धुन पर कदमताल होती है। इस दौरान, हर कोई भक्ति भाव से मां दुर्गा की आराधना कर उनके प्रति आस्था प्रकट करता है।
गरबा के सुरों में रमा जैसलमेर
इन गरबा रास और डांडिया नृत्यों में शिरकत करने वाले लोगों के चेहरों पर उत्साह और खुशी की चमक साफ नजर आती है। जैसलमेर के लोग इन पलों को पूरी श्रद्धा और उमंग से जीते हैं। जैसलमेर में गरबा उत्सव की यह परंपरा भक्ति और संस्कृति की वह डोर है, जो लोगों को एकसूत्र में बांधती है।