चारागाह भूमि के विकास पर हुई चर्चा
पोकरण. कस्बे के पंचायत समिति सांकड़ा सभागार में बुधवार को आईटीसी मिशन सुनहरा कल, राजस्थान सरकार व फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्युरिटी की ओर से प्रधान भगवतसिंह तंवर की अध्यक्षता में क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ब्लॉक स्तरीय बैठक व प्रशिक्षण के दौरान प्रधान तंवर ने संबोधित करते हुए कहा कि बंजर भूमि, चारागाह विकास सहित शामलात से जुड़े सभी मुद्दोंं पर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को आगे आकर कार्य करने की जरुरत है, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके। उन्होंने ब्लॉक क्षेत्र में ओरण, गोचर, चारागाह की भूमि के लिए प्रत्येक राजस्व गांव में चारागाह विकास कमेटी का गठन करने की बात कही। शामलात के संसाधनों के संरक्षण के लिए समिति की ओर से हरसंभव सहयोग किया जाएगा। उन्होंने सरपंचों को बंजर भूमि व चारागाह कार्यक्रम में सक्रीय भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही। साथ ही पंचायत स्तर पर मनरेगा के तहत चारागाह में प्रस्ताव तैयार करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत स्तर पर कमेटियों के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया। सहायक विकास अधिकारी भीमाराम वानर ने मॉडल चारागाह विकसित करने की जरुरत बताई। एफईएस जिला सममन्वयक मगाराम कड़ेला ने शामलात भूमि पर पंचायत के अधिकार, शामलात संसाधनों की सुरक्षा, प्रबंधन की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने चारागाह के विकास के अंतर्गत खाई खुदाई, पौधरोपण, नाडी व टांका निर्माण, घास व चारा लगाने के कार्य के बारे में बताया। इस मौके पर सहायक विकास अधिकारी भागीरथ पंवार, मनोजकुमार, मगनलाल सहित ग्राम विकास अधिकारी, सरपंच, सहायक अभियंता आदि उपस्थित रहे।