ग्रामीणों की ओर से विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पोकरण पुलिस उपाधीक्षक नानकसिंह, थानाधिकारी माणकराम विश्रोई, रामदेवरा थानाधिकारी देवीसिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता अस्पताल पहुंचा। जिससे अस्पताल परिसर छावनी में तब्दील हो गया। सूचना मिलने पर बाप थानाधिकारी धन्नापुरी गोस्वामी, फलोदी थानाधिकारी मदनसिंह भी पोकरण पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन वे उपखण्ड अधिकारी बाप को मौके पर बुलाने तथा उनकी मांगों पर कार्रवाई करने की बात पर अड़े रहे। बड़ी संख्या में लोग जोधपुर रोड पर पहुंच गए तथा चक्काजाम का प्रयास करने लगे, लेकिन पुलिस ने तत्काल भीड़ को रोड से हटा दिया गया एवं यातायात सुचारु रखा गया।
पूर्व में हो चुके हैं आठ हादसे
टेकरा के ग्रामीणों ने डिस्कॉम अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि गत छह माह से विद्युत लाइनों में फॉल्ट, तेज वॉल्टेज की घटनाएं हो रही है। उन्होंने बताया कि गत छह माह में यह आठवां हादसा है। जिसमें दर्जनों लोग करंट से झुलस चुके हंै।
चला समझाइश का दौर
टेकरा में सुबह प्रौढ़ की मौत के बाद समय पर प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर मामला शांत होने की बजाय तूल पकडऩे लगा तथा अस्पताल में लोगों की खासी भीड़ जमा हो गई। दोपहर दो बजे बाद स्थानीय उपखण्ड अधिकारी रेणु सैनी अस्पताल पहुंची। उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक के साथ ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला तथा ग्रामीण अपनी मांगों पर ही अड़े रहे। इस अवसर पर शैतानसिंह, भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आईदानसिंह भाटी, सरपंच मदनसिंह राजमथाई, जलदाय विभाग के सेवानिवृत्त अभियंता गोपालसिंह भाटी, कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कूंपसिंह पातावत सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
छह बजे बाद मामला हुआ शांत
शाम पांच बजे बाद डिस्कॉम जोधपुर जॉन के मुख्य अभियंता अविनाश सिंघल, बाप उपखण्ड अधिकारी सुमित्रा पारिक भी पोकरण पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। आंदोलन कर रहे लोगों ने डिस्कॉम जोधपुर के मुख्य अभियंता अविनाश सिंघल को ज्ञापन देकर डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को हटाने, उनके विरुद्ध पुलिस में मामला दर्ज करवाने, मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने, सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की। जिस पर मुख्य अभियंता ने अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को तत्काल हटाने, मृतक के परिवारजनों को नियमानुसार मुआवजा दिलाने, टेकरा गांव की विद्युत व्यवस्था को सुदृढ करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि मृतक के परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
टेकरा में सुबह प्रौढ़ की मौत के बाद समय पर प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर मामला शांत होने की बजाय तूल पकडऩे लगा तथा अस्पताल में लोगों की खासी भीड़ जमा हो गई। दोपहर दो बजे बाद स्थानीय उपखण्ड अधिकारी रेणु सैनी अस्पताल पहुंची। उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक के साथ ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला तथा ग्रामीण अपनी मांगों पर ही अड़े रहे। इस अवसर पर शैतानसिंह, भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आईदानसिंह भाटी, सरपंच मदनसिंह राजमथाई, जलदाय विभाग के सेवानिवृत्त अभियंता गोपालसिंह भाटी, कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कूंपसिंह पातावत सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
छह बजे बाद मामला हुआ शांत
शाम पांच बजे बाद डिस्कॉम जोधपुर जॉन के मुख्य अभियंता अविनाश सिंघल, बाप उपखण्ड अधिकारी सुमित्रा पारिक भी पोकरण पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। आंदोलन कर रहे लोगों ने डिस्कॉम जोधपुर के मुख्य अभियंता अविनाश सिंघल को ज्ञापन देकर डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को हटाने, उनके विरुद्ध पुलिस में मामला दर्ज करवाने, मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने, सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की। जिस पर मुख्य अभियंता ने अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को तत्काल हटाने, मृतक के परिवारजनों को नियमानुसार मुआवजा दिलाने, टेकरा गांव की विद्युत व्यवस्था को सुदृढ करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि मृतक के परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।