सडक़ पर धाराशाही हुए सुरक्षा इंतजाम भी
रास्ता बंद करने के लिए लगाए गए लोहे के पटरे और लकड़ी की बल्लियां अब गिर चुकी हैं। इसके चलते आधे मार्ग पर आवागमन चालू है, जहां दुपहिया, तिपहिया और चार पहिया वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही हो रही है। कई बार मार्ग अवरुद्ध हो जाता है, ऐसे में दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है।
हादसे का खतरा बढ़ा
स्थानीय दुकानदार चंद्रशेखर थानवी का कहना है कि दीवार गिरने के बाद से सुरक्षा और मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। बारिश के बाद यह दीवार और भी कमजोर हो गई है, जिससे पुन: गिरने का खतरा बना हुआ है। आए दिन इस मार्ग पर अव्यवस्था के कारण स्थानीय लोगों और राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।मार्ग पर पैदल यात्रियों के लिए चलना मुश्किल हो गया है। वहीं, तिपहिया और चार पहिया वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही से स्थिति और गंभीर हो गई है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण हर दिन असुविधा झेलनी पड़ रही है।