फैक्ट फाइल
-703 किलोमीटर लंबी जैसलमेर-बाड़मेर की अंतरराष्ट्रीय सीमा है पाकिस्तान से सटी हुई
-2 हेड क्वार्टर सीसुब के जैसलमेर में
-8 हजार के करीब सीसुब के जवान तैनात है जैसलमेर सरहदी क्षेत्र में तकनीकी ने बढ़ाई क्षमता
बल के जवान व्यक्तिगत वीरता और ऊंचे मनोबल के लिए दुनिया में अलहदा पहचान रखते हैं, लेकिन विगत वर्षों के दौरान सीमाओं पर मजबूत तारबंदी, फ्लड लाइट्स, पेट्रोलिंग के लिए फॉर व्हील ड्राइव वाहन, अंधड़ व कोहरे में साफ देख लेने वाली दूरबीन, अत्याधुनिक हथियार आदि ने उसे लौह आवरण मुहैया करवा दिया है। साल में चलाए जाने वाले ऑपरेशन तथा केंद्र से मिलने वाले अलर्ट के समय बल के अधिकांश जवान सीमा पर भेज दिए जाते हैं और अधिकारी भी सीमा क्षेत्र में पहुंचते हैं। विगत अर्से के दौरान सीसुब का जिला पुलिस के साथ अन्य सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों के साथ तालमेल में बढ़ोतरी हुई है।
-703 किलोमीटर लंबी जैसलमेर-बाड़मेर की अंतरराष्ट्रीय सीमा है पाकिस्तान से सटी हुई
-2 हेड क्वार्टर सीसुब के जैसलमेर में
-8 हजार के करीब सीसुब के जवान तैनात है जैसलमेर सरहदी क्षेत्र में तकनीकी ने बढ़ाई क्षमता
बल के जवान व्यक्तिगत वीरता और ऊंचे मनोबल के लिए दुनिया में अलहदा पहचान रखते हैं, लेकिन विगत वर्षों के दौरान सीमाओं पर मजबूत तारबंदी, फ्लड लाइट्स, पेट्रोलिंग के लिए फॉर व्हील ड्राइव वाहन, अंधड़ व कोहरे में साफ देख लेने वाली दूरबीन, अत्याधुनिक हथियार आदि ने उसे लौह आवरण मुहैया करवा दिया है। साल में चलाए जाने वाले ऑपरेशन तथा केंद्र से मिलने वाले अलर्ट के समय बल के अधिकांश जवान सीमा पर भेज दिए जाते हैं और अधिकारी भी सीमा क्षेत्र में पहुंचते हैं। विगत अर्से के दौरान सीसुब का जिला पुलिस के साथ अन्य सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों के साथ तालमेल में बढ़ोतरी हुई है।