फतेहगढ़ ब्लॉक में बा-बापू पौधरोपण ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम का आगाज
जैसलमेर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष एवं आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में चल रहे बा-बापू पौधरोपण अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की कड़ी मे सोमवार को ब्लॉक फतेहगढ़ क्षेत्र की ग्राम पंचायत देवीकोट में ब्लॉक स्तरीय पौधरोपण अभियान की विधिवत शुरूआत हुई। जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे, जिला कलक्टर आशीष मोदी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण, मुस्लिम धर्मगुरु हुसैन फकीर ने राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय के मैदान में कन्या वाटिका में पौधे लगाकर ब्लॉक स्तरीय पौधरोपण कार्यक्रम का आगाज किया।
ब्लॉक स्तरीय पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान उपखण्ड अधिकारी फतेहगढ़ दिनेश विश्नोई, विकास अधिकारी प्रदीप धनदे, तहसीलदार अशोक कुमार, पंचायत समिति सदस्य सरिता कंवर, सरपंच देवीकोट सफियत बानों, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक उम्मेदसिंह तंवर, सह संयोजक रूपचंद सोनी, समाजसेवी मुराद अली ने पोषण वाटिका, हर्बल वाटिका, फलदार वाटिका में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाएं। जैसलमेर विधायक धनदे ने समारोह के दौरान ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने मनुष्य के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए घर-घर औषधि योजना लागू की हैं। इसमें हर व्यक्ति को सहभागी बनना हैं। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे हर घर मे तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, कालमेघ के 8-8 पौधे लगाएं एवं उन पौधों को पल्लवित कर आयुर्वेद औषधि के रूप में उपयोग ले ताकि वे सदैव स्वस्थ रहे।
जिला कलक्टर आशीष मोदी ने कहा कि जैसलमेर जैसे मरूस्थलीय जिले के लिए पौधों की बहुत महता है, इसलिए हर एक व्यक्ति को अधिक से अधिक पौधे लगाने हैं एवं जिले को हरा-भरा बनाना हैं। मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने कहा कि हर ग्राम पंचायत में हर्बल, पोषण एवं फलदार वाटिका को समाहित करते हुए कन्या वाटिका के रूप में विकसित किया जा रहा हैं। जिला परिषद सदस्य अंजना मेघवाल ने कहा कि जैसलमेर में पौधरोपण के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा हैं एवं इसी का परिणाम हैं कि वन विभाग को पौधे लगाने का जो लक्ष्य दिया जाता हैं, उससे भी अधिक पौधे लोगों द्वारा लगाए जा रहे हैं।
महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक उम्मेदसिंह तंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से घर-घर औषधि योजना के पीछे थीम यही हैं कि लोग आयुर्वेद औषधि से पुन: जुड़े एवं अपने घरों में औषधीय पौधों को लगाए।