जानकारी के अनुसार सेना की कोणार्क कोर के बम निरोधक दस्ते ने इस बम को डिफ्यूज किया है। इस बम की जानकारी गत 23 अक्टूबर को ग्रामीणों ने पुलिस और सीमा सुरक्षा बल को दी थी। उन्होंने बताया कि एक चरवाहे को सुनसान इलाके में बमनुमा वस्तु नजर आई।
मौके पर पहुंचने पर पता चला कि यह जीवित बम है और उसके बारे में बम निरोधक दस्ते को सूचित किया गया। सेना के दस्ते ने मिट्टी के बीच बम को रख कर उसे सुरक्षित रखा गया और बम को तारों के साथ जोड़ कर उसे रिमोट के माध्यम से ब्लास्ट कर दिया।