जैसलमेर

ब्लू व्हेल के बाद अब यह गेम बना चुनौती ! बच्चों के दिमाग से खेलने वाला गेम…

-अनजान नंबरों से मैसेज और खोलने पर मुस्कराती हुई डरावनी तस्वीर-विशेषज्ञों की सलाह – अनजाने नंबरोंं से मिलने वाले मैसेज से रहे सावधान

जैसलमेरOct 18, 2018 / 10:31 am

Deepak Vyas

ब्लू व्हेल के बाद अब यह गेम बना चुनौती ! बच्चों के दिमाग से खेलने वाला गेम…

जैसलमेर/पोकरण. मोबाइल पर एक अनजान नंबरों से व्हाट्सअप पर मैसेज आता है और मैसेज खोलने पर दिखाई देती है डरावनी तस्वीर। इस तस्वीर में एक डरावनी मुस्कान के साथ हल्के पीले रंग दो बड़ी आंखें, टेढी-मेढी नाक दिखाई देती है। ऐसा दिखते ही जरा संभल जाइए, क्योंकि ये है मोमो चैलेंज। यह ब्लू व्हेल गैम व किकी चैलेंस की तर्ज पर ही मोमो चैलेंस तैयार किया गया है। यह एक मोबाइल गेम है, जो विशेष रूप से बच्चों के दिमाग के साथ खेलता है और इस तरह दिमाग तैयार करता है कि गेम खेलने वाला अपनी जान देने पर उतारु हो जाता है। जानकारी के मुताबिक यह चैलेंज पूर्व में फेसबुक पर शुुरू हुआ था। यहां लोगों को एक अनजान व्यक्ति से अनजान नंबर के जरिए संवाद करने को कहा गया। इस चैलेंज में जिस बड़ी आंखों वाली औरत का उपयोग किया गया, उसे एक जापानी आर्टिस्ट ने तैयार किया था। जो कोई व्यक्ति इसकी चपेट में आया, उसे मोमो अकाउंट के जरिए उसे चुनौतियों की एक सीरीज मिलती है। गेम प्लेयर को इसे पूरा करना होता है, ताकि वह फाइनली मोमो से मिल सके। इनमें ज्यादातार टास्क हिंसक होते है और आखिर में एक फाइनल टास्क मिलता है, जो प्लेयर को ले जाता है मौत के मुंह तक। यदि कोई प्लेयर इस गेम को बीच में छोडऩे का प्रयास करता है, तो उसे जान से मारने की धमकी भी मिलती है।
ऐसे करें खुद को सुरक्षित, रहे सावधान
-साइबर के एक्सपर्ट बताते है कि अनजाने नंबरोंं से मिलने वाले मैसेज से सावधान रहे।
-मैसेज को खोलने से पहले यदि कोई इमोजी जैसी चीजें दिखाई दे, तो उस मैसेज को पढने से पूर्व ही डिलीट कर दें।
-यदि कोई व्यक्ति मैसेज को खोल भी देता है, तो मोमो चैलेंज को स्वीकार नहीं करें।
-बहुत से लोग अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स को व्हाट्सअप नंबर, मोबाइल नंबर, मेल अकाउंट में अटैच कर लेते है। यह बेहद खतरनाक है।
-ऐसे में व्यक्ति को अपनी एकाउंट्स सेटिंग्स तत्काल बदल कर सभी को एकाउंट्स को अलग कर लेना चाहिए।
शिक्षक व अभिभावकों की जिम्मेदारी
विशेषज्ञ बताते है कि उन अभिभावकों को खास सहुलियत बरतने की जरूरत है, जो अपने बच्चों को छोटी उम्र में ही स्मार्टफोन थमा देते है। बच्चों केे हाथ में मोबाइल आते ही वह सबसे पहले कार्टून और फिर गेम सर्च करने लगते है। ऐसे में अभिभावक उन्हें इन दोनों चीजों से दूर करने के लिए प्रेरित करें और डांट फटकार की बजाय बच्चों से बात कर उन्हें समझाएं कि किस तरह का खतरा उनके नजदीक मंडरा रहा है। सबसे ज्यादा जरूरी है कि वह बच्चों को इस बात के लिए रजामंद करें कि वह अनजाने में कोई गलती कर भी देते है, तो उसे छिपाने की बजाय इसकी जानकारी तत्काल परिजनों को दें। इसी प्रकार शिक्षकों को भी विद्यालयों में ध्यान देने की जरुरत है कि कोई विद्यार्थी टेंशन में है अथवा उसके चेहरे पर उदासी है या नहीं। यदि विद्यार्थी की कोई हरकत अजीब लगती है, तो तत्काल अभिभावकों को इसकी सूचना देनी चाहिए। भारत सहित दुनियाभर के कई देशों में मोमो चैलेंज के मामले सामने आ चुके है। इसके बाद प्रशिक्षक हैकर्स ने कुछ नंबरों को ट्रेस किया है, जिनसे मोमो चैलेंज के आवेदन मिल रहे है। इन नंबरों से सावधान रहने की जरूरत है।

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