सुदासरी क्षेत्र में निर्माण संभावित
रामदेवरा में टनल के सफल साबित होने के बाद भविष्य में इसका निर्माण सुदासरी क्षेत्र में स्थित डीएनपी क्षेत्र में भी करवाया जा सकता है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय मरु उद्यान (डीएनपी) की ओर से रिवाइल्डिंग एनक्लोजर बनाने पर भी काम चल रहा है।फाउंडर पॉपुलेशन से बढ़ेंगे राज्य पक्षी
-जानकारी के अनुसार डीएनपी की तरफ से संस्थापक जनसंख्या (फाउंडर पॉपुलेशन) के जरिए गोडावण की संख्या में बढ़ोतरी की योजना है।-इसके तहत 15 वयस्क मादा और 5 वयस्क नर गोडावणों को फील्ड में छोड़ा जाएगा। ये सभी प्रजनन के योग्य होंगे। यह फील्ड नई बनने वाली टनल होगी।
-टनल में छोडऩे से पहले ब्रीडिंग स्टेशन में गोडावणों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके अनुसार उन्हें श्वानों से दूर भागना सिखाया जाएगा। -इसी तरह से उन्हें इंसानों से दूर रहना व अपना बचाव कैसे करना है और खाना कैसे ढूंढऩा है, इस सबके बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।
-टनल में गोडावण के चूजों को अपना भोजन आप ही करना सिखाया जाएगा। यहां उनकी स्पून फीडिंग नहीं होगी, जो ब्रीडिंग स्टेशन में करवाई जाती है। -टनल में कुछ दिनों तक रखकर उन्हें मानवीय स्पर्श के बिना आगे बढऩे के लिए तैयार किया जाएगा।
चल रही कवायद
जिले के रामदेवरा ब्रीडिंग स्टेशन के पास टनल निर्माण के संबंध में आवश्यक विचार-विमर्श किया जा रहा है। इसकी डिजाइन व एस्टीमेट पर काम चल रहा है।-आशीष व्यास, उप वन संरक्षक, डीएनपी