जयपुर

दीन की भलाई करना जरूरी

जयपुरMay 13, 2020 / 04:17 pm

Harshit Jain

ध्यानार्थ अबरार सर.. दीन की भलाई करना जरूरी


जयपुर. हर बस्ती व आबादी में आखिरी दस दिन का ऐतिकाफ करना सुन्नत ए मौअक्किदाह अलल जरूरी है, यानी किसी भी एक शख्स ने ऐतिकाफ कर लिया तो बाकी सब लोग ऐतिकाफ ना करने के गुनाह से बच जाएगें। मगर बेहतर व अफजल ये है कि हर मस्जिद में ऐतिकाफ किया जाए इसलिए कि बहुत से उलमा हर मोहल्ले वालों पर ऐतिकाफ को सुन्नत मानते हैं। पैगम्बर साहब माहे रमजान के आखिरी दस दिनों में ऐतिकाफ फरमाते थे, इसी पर हमेशा अमल रहा। लॉकडाउन की सूरत में मस्जिद में इमाम, ख़ादिम या कोई भी एक दो शख्स ऐतिकाफ कर लें, सब के लिए जरूरी नहीं। औरतों का ऐतिकाफ घर के किसी भी एक कमरे या इबादत, नमाज, तिलावत के लिए तय की गई जगह में दुरूस्त सही है। अगर किसी मोहल्ले की मस्जि़द में किसी भी मर्द ने ऐतिकाफ नहीं किया तब भी औरतों का ऐतिकाफ घरों में दुरूस्त सही है। दीन की भलाई की बात करना मना नहीं है बल्कि बिना वजह की गैर जरूरी बातें ना की जाए। अलबत्ता ऐसा भी ना समझा जाए कि ऐतिकाफ में बिल्कुल चुप रहना जरूरी है।
— मो. जाकिर नोमानी, मुफ्ती ए शहर


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