World Snake Day: पास में आकर सो जाता है ये सांप, डसने के कुछ देर में हो जाती है मौत
World Snake Day: भारत में सांप का पाया जाना बहुत ही आम बात है। सांप शब्द सुनते ही लोगों के मन में भय पैदा हो जाता है। इसी डर को निकालने के लिए 16 जुलाई को विश्व सांप दिवस (World Snake Day) मनाया जाता है।
World Snake Day: भारत में सांप का पाया जाना बहुत ही आम बात है। सांप शब्द सुनते ही लोगों के मन में भय पैदा हो जाता है। इसी डर को निकालने के लिए 16 जुलाई को विश्व सांप दिवस (World Snake Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे कारण है कि दुनिया भर में सांप को लेकर लोगों के मन में जो डर बना हुआ है, उसे दूर किया जाए। इसी मुख्य कारण से ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है। भारत में सांपो की कई प्रजातियां पाई जाती है जिसमें से कुछ बहुत जहरीले होते हैं।
ये है भारत के 4 सबसे जहरीले सांप कोबरा नाग स्केल्ड वाइपर रसल्स वाइपर कॉमन क्रैट मणियार
कोबरा नाग: कोबरा एक जहरीला सांप है। ये भारत के सबसे जहरीलें सांपों में से एक है। भारत में इसे नाग के नाम से भी जाना जाता है। यह ज्यादातर जंगलों में, नदियों के किनारे, खेतों और गांवों में रहते हैं।
स्केल्ड वाइपर: सॉ-स्केल्ड वाइपर स्नेक को उसके खतरनाक जहर के लिए जाना जाता है। ये सांप लम्बाई में छोटा होता है। लेकिन काफी गुस्सैल और अत्यंत अक्रामक प्रवृति के होते हैं। इनका जहर इनको काफी खतरनाक बना देता है।
रसेल वाइपर: रसेल वाइपर कोबरा से कम जहरीला होता है लेकिन फिर भी ये भारत के सबसे जहरीले सांपों में से एक है। ये सांप एकदम से अटैक करता है।
कॉमन क्रैट मणियार: ये भी सबसे खतरनाक सांपों में से एक माना जाता है, क्योंकि यह सोते हुए इंसान के पास में सो जाता है ,और इसे गर्मी की जरूरत होती है। कॉमन क्रैट मणियार सांप के खास बात ये है कि इसके काटने पर पता नहीं चलता। इसके काटने से शरीर पर कोई निशान नहीं होता, इसलिए भी इसे सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है।
जहरीले सांप काटने पर क्या करें सांप के काटने पर कभी भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि कई बार व्यक्ति डर के कारण ही अपनी जान गवां देता है। आंकड़ों के मुताबिक़ ज्यादातर मौते डर की वजह से ही होती हैं। जहर कभी भी एकदम से हमारे शरीर में नहीं फैलता, जहर धीरे-धीरे फैलता है। अब विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि दवाइयों से इसका इलाज आसानी से हो जाता है। प्राथमिक उपचार में सांप के काटने पर पीड़ित इंसान को थोड़ा ज्यादा घी खिलाकर उसे उल्टी करवा दें ताकि जहर अंदर नहीं फैल सके। पीड़ित इंसान को 10-15 बार गुनगुना पानी पीलाएं और उसे उल्टी करने को कहें।