जयपुर

इस देश के लोगों से सीखें खुशहाल रहने का मंत्र

सामाजिक सामंजस्य, ईमानदार सरकार, एक-दूसरे पर भरोसा और स्वस्थ जीवनशैली है मुख्य कारण।

जयपुरMar 24, 2020 / 01:53 pm

Mridula Sharma

पूरा विश्व इस समय मुश्किल के दौर से गुजर रहा है। दुनिया के लगभग 186 देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहे हैं। कई बड़े देशों में यह वायरस तेजी से फैल रहा है और अब तक इसका कोई ईलाज भी नहीं तलाशा जा सका है। ऐसे में एक देश है जिसे लगातार तीसरी बार दुनिया का सबसे ज्यादा खुश रहने वाला देश घोषित किया गया है। यूनाईटेड नेशंस द्वारा जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में दुनिया के शीर्ष 10 सबसे ज्यादा खुश रहने वाले देशों की सूची जारी की गई है, जिसमें उत्तरी यूरोप का देश फिनलैंड लगातार तीसरे साल टॉप पर रहा है। यूनाईटेड नेशंस ने 2012 में पहली रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें 2012,2013 व 2016 में डेनमार्क नम्बर वन रहा, 2015 में स्विट्जरलैंड, 2017 में नॉर्वे और 2018, 2019 और 2020 में फिनलैंड ने यह ताज अपने नाम किया है। फिनलैंड लगातार अपने इस खिताब को बनाए हुए है।
फिनलैंड के लगातार तीसरी बार दुनिया के सबसे खुशहाल देश का खिताब जीतने का सबसे बड़ा कारण है यहां की व्यवस्था और रहन-सहन का तरीका। यहां बेहतरीन सामाजिक सामंजस्य है, जिससे लोग हमेशा एक-दूसरे की मदद को तैयार रहते हैं। लोगों में विश्वास और प्यार है, जिसकी बदौलत यहां का काम-काज सुचारू रूप से चलता रहता है। फिनलैंड की खुशहाली का मुख्य कारण उसकी ईमानदार सरकार है जिसमें लोगों का भरोसा कायम है, इसके अलावा सुरक्षित वातावरण और स्वस्थ जीवनशैली भी इसे औरों से अलग बनाती है। 2020 की रिपोर्ट में 156 देशों को शामिल किया गया है, जिसमें वहां के नागरिकों के जीवन का मूल्यांकन किया गया कि वे खुद को कितना खुश मानते हैं।

टॉप 10 में उत्तरी यूरोप के सभी देश
यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट में टॉप 10 में जगह बनाने वाले सभी देश उत्तरी यूरोप के हैं। इनमें फिनलैंड ने डेनमार्क, स्विट्जरलैंड और आईसलैंड को बेहद मामूली अंतर से पीछे छोड़ा है। ब्रिटेन शीर्ष 10 से बाहर होकर 13वें स्थान पर पहुंच गया, जबकि अमरीका 18वें स्थान पर रहा। रिपोर्ट के सम्पादकों में शामिल जेफ्री साक के अनुसार वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट इसके निर्माताओं के लिए एक बेहतर उपकरण साबित हुई है, जिससे यह जानने में मदद मिली कि लोगों को आखिर किस चीज में खुशी मिलती है और किसी देश के नागरिकों को बेहतर जीवनशैली देने के लिए क्या-क्या आवश्यक है। रिपोर्ट में इस बार सबसे कम खुशहाल देशों की सूची भी जारी की गई है, इनमें अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान, जिम्बाब्वे, रवांडा और सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक शामिल थे। 2020 की रिपोर्ट में पहली बार स्वतंत्र रूप से शहरों का भी आंकलन किया गया। इसके तहत उन शहरों के लोगों से अपनी राय रखने को कहा गया कि उनका अपने शहर के बारे में क्या सोचना है। इस रिपोर्ट में अप्रत्याशित रूप से फिनलैंड की राजधानी हेलिंस्की शीर्ष स्थान पर रही, यहां के लोग सबसे ज्यादा खुशहाल हैं।

भारत को मिला 10वां स्थान
सूची में भारत सबसे कम खुशहाल देशों में 10वें स्थान पर रहा। वहीं भारत की राजधानी दिल्ली सबसे कम खुशहाल देशों में 7वें नम्बर पर। इसका सबसे बड़ा कारण भारत की प्रशासनिक व्यवस्थाएं और सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार है। भारत के लोग अक्सर सरकारी व्यवस्थाओं से नाखुश दिखते हैं, इसलिए यूनाईटेड नेशंस की रिपोर्ट में भारतवासियों पर किए गए सर्वे के आधार पर इस देश को 10वां स्थान मिला।

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