जयपुर

विश्व रक्तदाता दिवस: एसएमएस मेडिकल कॉलेज का करोड़ों का बजट, फिर भी ब्लड डोनेशन वैन खराब

दुनियाभर में 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है।

जयपुरJun 14, 2023 / 11:11 am

Manish Chaturvedi

विश्व रक्तदाता दिवस: एसएमएस मेडिकल कॉलेज का करोड़ों का बजट, फिर भी ब्लड डोनेशन वैन खराब

जयपुर। दुनियाभर में 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। कहा जाता है कि रक्तदान महादान है। आपके अमूल्य रक्त से किसी को अनमोल जीवन मिल सकता है। राजस्थान में रक्तदान को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़े स्तर पर काम किया जाता है। लेकिन इन सबके बीच लापरवाही भी सामने आती है। प्रदेश का सबसे बड़ा एसएमएस अस्पताल है। जिसकी ओर से दूर दराज तक गांवों में भी रक्तदान शिविर में ब्लड एकत्रित किया जाता है। लेकिन यह बल्ड समय पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज तक समय पर पहुंचे। इसका ध्यान रखना जरूरी होता है। इसके लिए मेडिकल कॉलेज के पास करोड़ों रुपए की ब्लड डोनेशन वैन है। जो धूल फांक रहीं है।

बल्ड वैन कई महीनो से ख़राब हालात में खड़ी है। सालाना करोड़ों रुपए के बजट वाले एसएमएस मेडिकल कॉलेज के पास ब्लड वैन ठीक कराने के लिए रुपए नहीं हैं। इसका असर यह है कि रक्तदान शिविरों में एकत्र होने वाला खून निजी ब्लड बैंकों में भेजा रहा है। वैन ठीक कराने के लिए ब्लड बैंक के अधिकारियों ने एसएमएस प्रशासन को कई पत्र भेजे हैं। लेकिन हर बार एक ही जवाब मिलता है। बजट की व्यवस्था की जा रही है। शिविर का आयोजन करने वाली संस्थाएं एसएमएस ब्लड बैंक से संपर्क करती हैं। यहां से वैन नहीं मिलने के कारण उन्हें निजी ब्लड बैंकों से सहयोग लेना पड़ता है। एसएमएस की ब्लड डोनेशन वैन करीब डेढ़ साल से खराब है। एसएमएस अस्पताल में ट्रोमा के रोजाना 40 से अधिक ऐसे केस आते हैं, जिन्हें ब्लड की जरूरत होती है। इनमें से आधे से अधिक के पास डोनर नहीं होते और वह ब्लड बिना किसी डोनर के दिया जाता है।

जयपुर में पिछले साल रक्तदान में 50 हजार से ज्यादा यूनिट एकत्रित

जयपुर में साल 2022 में रक्तदान की बात करे तो 50 हजार 674 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इनमें रिप्लेसमेंट में 34 हजार 420 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। जो अपने मरीज के लिए बदले में दिया गया। 16 हजार 254 यूनिट रक्त स्वैच्छिक रक्तदान किया गया। इसके अलावा 69 हजार 467 यूनिट सप्लाई किया गया। इसी तरह एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े ट्रोमा ब्लड बैंक में 18 हजार 579, जनाना ब्लड बैंक में 6841, महिला ब्लड बैंक में 5578, जेके लोन ब्लड बैंक में 6123, कांवटिया ब्लड बैंक में 1059 यूनिट को रक्तदान शिविर में एकत्रित किया गया।

इनका कहना है..

दूर दराज के इलाकों से ब्लड लाने के लिए ब्लड डोनेशन वैन की जरूरत होती है। क्योंकि ब्लड के कंपोटेंट के लिए टेंप्रेचर मेंटेन करना होता है। यह सुविधा ब्लड डोनेशन वैन में होती है। यह वैन नहीं होने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है।

डॉ बीएस मीणा, ब्लड बैंक, एसएमएस अस्पताल

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