जयपुर

विश्व एलर्जी सप्ताह: जागरूकता बढ़ाने के लिए स्टॉप स्नीज टू व्हीज पहल शुरू

विश्व एलर्जी सप्ताह 2023 के दौरान एलर्जिक राइनाइटिस और अस्थमा के सह-अस्तित्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए स्टॉप स्नीज टू व्हीज़ पहल शुरू की है।

जयपुरJun 18, 2023 / 10:44 pm

Manish Chaturvedi

विश्व एलर्जी सप्ताह: जागरूकता बढ़ाने के लिए स्टॉप स्नीज टू व्हीज पहल शुरू

जयपुर। विश्व एलर्जी सप्ताह 2023 के दौरान एलर्जिक राइनाइटिस और अस्थमा के सह-अस्तित्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए स्टॉप स्नीज टू व्हीज़ पहल शुरू की है। अल्केम लेबोरेटरीज लिमिटेड की ओर से यह पहल की गई है। इन बीमारियों से लाखों लोग प्रभावित हैं। पहल का उद्देश्य इन स्थितियों से जूझ रहे मरीजों के लिए प्रारंभिक निदान, प्रभावी प्रबंधन और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के महत्व पर जोर देना है।

अल्केम लेबोरेटरीज लिमिटेड के प्रेसिडेंट सुदीप्तो रॉय ने कहा कि सामान्य आबादी में अस्थमा और एलर्जिक राइनाइटिस के मामले बढ़ रहे हैं। जिनमें नए निदान किए गए। मरीजों की काफी संख्या ऊपरी और निचले दोनों वायुमार्ग के लक्षणों का अनुभव कर रही है। हाल के अनुमानों से पता चलता है कि लगभग 60-78 प्रतिशत लोगों में जिनमें अस्थमा का निदान किया गया है, उन्हें समवर्ती एलर्जिक राइनाइटिस भी है।”

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की इस गंभीर चिंता को दूर करने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के सहयोग से, जागरूकता अभियान, शिविरों और क्लीनिकों की एक श्रृंखला के माध्यम से “स्टॉप स्नीज़ टू व्हीज़” पहल के भाग के रूप में जनता और मरीजों को शिक्षित करने के लिए एक व्यापक जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। जिसमें मरीज लगातार नाक से संबंधित लक्षणों या बार-बार होने वाले श्वसन संबंधी समस्याओं के लिए चिकित्सा सलाह ले सकते हैं।

एलर्जिक राइनाइटिस, जिसे आमतौर पर हे फीवर के रूप में जाना जाता है, यह नसिका मार्ग को प्रभावित करने वाली एक स्थिति है, जिसमें सूजन होती है। जो पराग, धूल के कण, पालतू जानवरों की रूसी और मोल्ड बीजाणुओं जैसे एर्लजन से ट्रिगर होती है। यदि उचित उपचार न कराया जाए, तो यह अस्थमा में बदल सकता है, एक दीर्धकालिक श्वसन स्थिति है जिसमें वायुमार्ग की सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं और ट्रिगर्स के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है।

एलर्जिक राइनाइटिस और अस्थमा के सह-अस्तित्व के परिणामस्वरूप लोगों को अनूठी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि ये स्थितियां परस्पर क्रिया करती हैं और एक दूसरे के लक्षणों की गंभीरता बढ़ा देती हैं। एलर्जिक राइनाइटिस अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है, जबकि अनियंत्रित अस्थमा एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों को और तेज कर सकता है, जो श्वसन संबंधी समस्याओं के एक संकटपूर्ण चक्र का कारण बन सकता है जिससे किसी व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित होती है।

सामान्य ट्रिगर्स को पहचानना, निर्धारित उपचार योजनाओं का पालन करना, शुरुआती चेतावनी के संकेतों के बारे में जानकारी होना, विशेष एलर्जन की पहचान करने के लिए एलर्जी परीक्षण पर विचार कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन शैली अपना सकते हैं। ये अभ्यास प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और लक्षणों की गंभीरता को कम करने में सहायता कर सकते हैं।

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