इस मौके पर वैभव ने कहा, आरसीए की नई कार्यकारिणी ने जो सपना देखा था, उसे पूरा करने की दिशा में यह पहला कदम है। इसके निर्माण के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी 100 करोड़ का अनुदान देने की सहमति दे दी है। टेंडर डॉक्यूमेंट की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी।
जेडीसी गोयल ने बताया कि स्टेडियम के लिए जेडीए ने चौंप गांव में 100 एकड़ जमीन आवंटित की है। यह सी-जोन बाइपास और प्रस्तावित उत्तरी रिंग के पास है। सी-जोन बाइपास से स्टेडियम की दूरी 1300 मीटर होगी। आरसीए के सलाहकार जीएस संधू ने बताया कि यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम होगा। यहां 3500 गाडिय़ों की पार्किंग हो सकेगी। स्टेडियम के चहुंओर सड़क बनेगी।
खास-खास – देश में नरेन्द्र मोदी स्टेडियम (मोटेरा) के बाद दर्शक संख्या के लिहाज से यह दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम होगा। इसका निर्माण दो चरणों में होगा।
– इससे बड़े शहरों का जुड़ाव रहेगा। कोटा, अजमेर, दौसा, दिल्ली की ओर से आने वाले दर्शक आसानी से पहुंच सकेंगे।
हो पाएंगे टेस्ट मैच आरसीए का स्वयं का स्टेडियम बनने से दर्शकों को टेस्ट मुकाबले देखने को मिलेंगे। बीसीसीआइ की शर्त के अनुसार टेस्ट के लिए एसोसिएशन का स्वयं का स्टेडियम होना जरूरी है, जहां सभी सुविधाएं हों। बीसीसीआइ के नियमों के कारण यहां वर्ष 1987 के बाद से टेस्ट मैच नहीं हुआ। वर्तमान में आरसीए का 2022 तक क्रीड़ा परिषद से एमओयू है। प्रत्येक आइपीएल मैच के लिए 20 लाख रुपए देने पड़ते हैं।
देश व दुनिया में यह कद
चौंप में 75000 दर्शक क्षमता वाला यह स्टेडियम इस क्षमता के लिहाज से मोटेरा और मेलबर्न के बाद दुनिया का तीसरा और भारत का दूसरा बड़ा स्टेडियम होगा। पहले चरण में 40 हजार और दूसरे चरण में 35 हजार दर्शकों क्षमता विकसित होगी। पहले फेज की निर्माण लागत 300 से 350 करोड़ आएगी। इसके लिए बीसीसीआई से 100 करोड़ मिलेंगे। 100 करोड़ का लोन लिया जाएगा। शेष राशि कार्पोरेट हाउस पेवेलियन एवं आरसीए स्वयं खर्च करेगा।
चौंप में 75000 दर्शक क्षमता वाला यह स्टेडियम इस क्षमता के लिहाज से मोटेरा और मेलबर्न के बाद दुनिया का तीसरा और भारत का दूसरा बड़ा स्टेडियम होगा। पहले चरण में 40 हजार और दूसरे चरण में 35 हजार दर्शकों क्षमता विकसित होगी। पहले फेज की निर्माण लागत 300 से 350 करोड़ आएगी। इसके लिए बीसीसीआई से 100 करोड़ मिलेंगे। 100 करोड़ का लोन लिया जाएगा। शेष राशि कार्पोरेट हाउस पेवेलियन एवं आरसीए स्वयं खर्च करेगा।