रविवार को महिला अर्धनग्न हालत में पत्रिका कार्यालय पहुंची और पीड़ा बताई। महिला का कहना है कि पुलिस यह भी नहीं बता पा रही है कि उसके बच्चों को शेल्टर होम में क्यों रखा जा रहा है। उधर, पुलिस ने मारपीट की घटना से इनकार किया है
छलक आए आंसू
पीड़िता ने रोते हुए कहा कि वह बरसों से एक लड़की को बेटी की तरह पाल रही है। जब वह लड़की पांच साल की थी तभी उसके माता-पिता ने उसे सौंप दिया था। कहा था कि वो ही उसकी देखभाल करे और पढ़ा-लिखा बड़ा अधिकारी बनाए। अब वह लड़की 16 साल की हो गई है। उसके खुद के दो पुत्र भी हैं। एक पांच साल का और दूसरा सात का है। पुलिस तीनों को ही 18 नवंबर को अपने साथ ले गई। जब वह थाने पहुंची तो पता चला कि बच्चे शेल्टर होम में हैं। इस पर वह शेल्टर होम पहुंची। वहां बताया कि करणी विहार थाने से ही सही जानकारी मिल सकती है। इस पर वह शनिवार शाम थाने पहुंची जहां उसके साथ अभद्रता की गई।
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