जयपुर। राजस्थान में अधिकांश सरकारी सेवाओं में दो साल का परीवीक्षा काल चल रहा है। सरकार एक साल का परीवीक्षा काल करने को लेकर आज फैसला ले सकती है। दरअसल विधानसभा में विधायक ने सवाल लगाया है कि क्या सरकार आयुष चिकित्सकों का परीवीक्षाकाल एक साल का करने का विचार रखती है। इस पर मंत्री को सदन में आज जवाब देना है।
विधायक लालाराम बैरवा ने विधानसभा में सवाल लगाया है। इसमें पूछा है कि “क्या यह सही है कि आयुष चिकित्सकों का परीवीक्षाकाल दो वर्ष व एलोपैथिक चिकित्सकों का एक है। यदि ऐसा है तो इसका क्या कारण है।” अगला सवाल पूछा है “क्या सरकार आयुष चिकित्सकों का परीवीक्षाकाल एक वर्ष करने का विचार रखती है? यदि हां तो कब तक व नहीं तो क्यो?”
इस सवाल का जवाब सदन में आज आयुर्वेद मंत्री को देना है। इसके बाद ही यह तय होगा कि आयुष चिकित्सकों का परीवीक्षा काल एक वर्ष का रहेगा या दो वर्ष रहना वाला है।
विधायक लालाराम बैरवा ने विधानसभा में सवाल लगाया है। इसमें पूछा है कि “क्या यह सही है कि आयुष चिकित्सकों का परीवीक्षाकाल दो वर्ष व एलोपैथिक चिकित्सकों का एक है। यदि ऐसा है तो इसका क्या कारण है।” अगला सवाल पूछा है “क्या सरकार आयुष चिकित्सकों का परीवीक्षाकाल एक वर्ष करने का विचार रखती है? यदि हां तो कब तक व नहीं तो क्यो?”
इस सवाल का जवाब सदन में आज आयुर्वेद मंत्री को देना है। इसके बाद ही यह तय होगा कि आयुष चिकित्सकों का परीवीक्षा काल एक वर्ष का रहेगा या दो वर्ष रहना वाला है।