छबड़ा पुलिस ने बताया कि 25 मई को रामदयाल धोबी ने एक रिपोर्ट दी थी। जिसमें बताया था कि उनका बेटा लड्डू लाल धोबी कृष्ण विहार कॉलोनी में अपनी पत्नी मनभर के साथ रहता था। गत 24 मई की देर रात को वो अपने मामा के घर के कार्यक्रम से वापस लौटा था। उसकी पत्नी मनभर ने 25 मई को उन्हें कहा कि लड्डू उठ नहीं रहा हैत्र। इसके बाद जब वो उसके घर पहुंचे तो उसका शव कमरे में पड़ा हुआ था और सिर से खून निकल रहा था।
पुलिस ने कहा कि यह पूरा मामला शुरू से ही संदिग्ध लग रहा था। मृतक के अंतिम संस्कार के बाद पुलिस ने शक के बिनाह पर उसकी पत्नी से पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ करने पर मनभर ने अपने प्रेमी ओमप्रकाश गाडरी के साथ मिलकर पति की हत्या करने की बात कबूल ली। पुलिस ने बताया कि पति लड्डू के सोने के बाद ओमप्रकाश और मनभर ने मिलकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया।
इसके बाद साड़ी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए दोनों ने लड्डू को फंदे से लटकाने का भी प्रयास किया, लेकिन वजन ज्यादा होने के चलते शव नीचे गिर गया और उसके सिर में चोट लग गई। दोनों ने शव को नीचे ही छोड़ दिया। वारदात को अंजाम देकर ओमप्रकाश अपने गांव बिंदाराडी चला गया।
पुलिस ने बताया कि मनभर देवी एक कारोबारी के यहां झाडू पौंछा करने जाती थी। वहीं पर दुकान और गोदाम का और काम देखने वाले ओम प्रकाश से उसकी बातचीत होने लगी और दोनो के बीच में संबध बनने लग गए। दोनो एक दूसरे से फोन पर बात करने लगे। करीब दो महीने पहले मनभर की कॉल रिकॉर्डिंग उसके पति लड्डू ने सुन ली। उसने दोनो को समझाया, लेकिन दोनो ही मानने को तैयार नहीं थे। नतीजा ये रहा कि दोनो ने लड्डू को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया। प्लान में सफल भी हो गए लेकिन जरा सी चूक हो गई और अब यह हत्याकांड खुल गया। परिवार की इज्जत तो खराब हुई ही , साथ ही मनभर और रामप्रसाद दोनो का परिवार तबाह हो गया। रामप्रसाद भी शादीशुदा है।
पुलिस ने बताया कि मनभर देवी एक कारोबारी के यहां झाडू पौंछा करने जाती थी। वहीं पर दुकान और गोदाम का और काम देखने वाले ओम प्रकाश से उसकी बातचीत होने लगी और दोनो के बीच में संबध बनने लग गए। दोनो एक दूसरे से फोन पर बात करने लगे। करीब दो महीने पहले मनभर की कॉल रिकॉर्डिंग उसके पति लड्डू ने सुन ली। उसने दोनो को समझाया, लेकिन दोनो ही मानने को तैयार नहीं थे। नतीजा ये रहा कि दोनो ने लड्डू को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया। प्लान में सफल भी हो गए लेकिन जरा सी चूक हो गई और अब यह हत्याकांड खुल गया। परिवार की इज्जत तो खराब हुई ही , साथ ही मनभर और रामप्रसाद दोनो का परिवार तबाह हो गया। रामप्रसाद भी शादीशुदा है।