पहले आपको बताते हैं कि ‘हरामी नाला’ दरअसल है क्या
आसान शब्दों में ‘हरामी नाला’ गुजरात के कच्छ इलाके में भारत और पाकिस्तान को बांटने वाला 22 किमी लंबा समुद्री चैनल है। राजस्थान के बाडमेर जिले का कुछ हिस्सा यहां पर टच होता है। यहां दलदल और पानी बड़ी मात्रा में है। झींगा मछली और अन्य कीमती मछलियां यहां पाई जाती हैं। वैसे तो इनका शिकार वर्जित है लेकिन कीमती होने के कारण यहां पर शिकार चलता रहता है। पानी का स्तर और वेग भी मौसम के अनुसार लगातार उपर नीचे होता रहता है। नाला करीब बीस से बाईस किलोमीटर लंबा है और पूरा क्षेत्र ऐसा ही है।
तो इसलिए इसे ‘हरामी नाला’ कहा जाता है
इस नाले को ‘हरामी नाला’ नाम क्यों दिया गया इसके पीछे भी अच्छी खासी स्टोरी है। नाले को ‘हरामी नाला’ इसलिए कहा जाता है कि क्योंकि यह जगह पाकिस्तान से भारत की सीमा में घुसने के लिए जन्नत जैसी है। कई बार यहां से पाकिस्तानी तस्कर, आतंकी और अन्य लोग भारत की सीमा में घुसते हैं। यहां पर पाकिस्तानी मछुआरे कई बार पकडे जा चुके हैं। कई बार तो खाली नावें भी बरामद होती है। भारत की ओर से सुरक्षा यहां बेहद मजबूत है लेकिन उसके बाद भी परेशानी खड़ी हो जाती है। चर्चा तो यहां तक भी है कि कसाब भी इसी जगह से भारत में घुसा था क्योंकि यहां नाव के जरिए आकर गुजरात या मुंबई में आसानी से एंट्री की जा सकती है। अच्छा एक बात और… ऐसा शायद ही कभी हुआ कि भारत की सीमा से ‘हरामी नाले’ के जरिए कोई भी कभी भी पाकिस्तान गया हो..।
प्रतीकात्मक फोटो