जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। उन्हें जल शक्ति मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। कैलाश चौधरी को कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री और अर्जुन राम मेघवाल को संसदीय कार्य, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री बनाया गया है। मंत्री बनाए जाने की पूरी उम्मीद लगाए बैठे हनुमान बेनीवाल समेत दो अन्य सांसदों को निराशा हाथ लगी है।
क्या नाराज हैं बेनीवाल?
हनुमान बेनीवाल शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए, जबकि वे गुरुवार दोपहर अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल पर पीएम मोदी के साथ गए थे।
चर्चा थी कि एनडीए घटक दलों से एक- एक सांसद को मंत्री बनाया जाएगा। लेकिन राजस्थान से एनडीए के घटक दल रालोपा के हनुमान बेनीवाल को मंत्री नहीं बनाया गया।
उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे किसी जरूरी कार्य के कारण शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। हालांकि बेनीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने को उनकी नाराजगी से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
दुष्यंत को नहीं मिला मौका
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह को भी निराशा मिली है। वह लगातार चौथी बार चुनाव जीते हैं। पिछली बार भी उनके मंत्री बनने की उम्मीद की जा रही थी। इस बार भी उन्हें उम्मीद थी, लेकिन उन्हें इस बार भी निराशा हाथ लगी।
किरोड़ी लाल मीणा भी मायूस
इसके अलावा राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी मायूस हैं। मीणा को भी मंत्री बनाए जाने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जानकारों के अनुसार, पार्टी ने कुछ राज्यों में विधानसभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुए उन राज्यों को तरजीह दी है।
राजस्थान में फिलहाल चुनाव काफी दूर हैं, लिहाजा यहां के सांसदों के पल्ले कुछ खास नहीं पड़ा है। हालांकि आने वाले समय में कुछ राज्यों में चुनाव के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना के चलते उनकी उम्मीदें अब भी कायम हैं।