पता नहीं, परीक्षा क्यों रद्द नहीं कर रहे? – किरोड़ी
दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि, “ऐसे लीपापोती से काम नहीं चलेगा, पांच मंत्रियों की एक कमेटी बना दी है, अब उसका क्या अर्थ है, जब एसओजी यह कह चुकी है कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए। एडिशनल एडवोकेट जनरल ने राय दे दी कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के कई ऐसे फैसले हैं कि अगर परीक्षा से पहले पेपर लीक हो गए हैं, तो परीक्षा रद्द होनी चाहिए, पर पता नहीं, परीक्षा क्यों रद्द नहीं कर रहे हैं।” एक अन्य सवाल के जवाब में किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि, “मैं मुख्यमंत्री को बराबर परीक्षा रद्द करने के लिए कह रहा हूं, तीन बार मुख्यमंत्री को परीक्षा रद्द करने के लिए कह चुका हूं। कैबिनेट की मीटिंग में मुख्य रूप से इस लिए गया था कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए। मुख्यमंत्री कहा भी था कि समय पर करेंगे। लेकिन, अब मंत्रियों की कमेटी बैठा दी गई है। समझ से बाहर है कि मुख्यमंत्री ऐसा क्यों कह रहे हैं।”
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किरोड़ी ने कैबिनेट बैठक में भी उठाया था मामला
इससे पहले डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी इस भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में उठाया था। किरोड़ी लाल मीणा SOG के वीके सिंह से भी मुलाकात करके परीक्षा को रद्द करने की मांग कर चुके हैं। वहीं पुलिस विभाग भी इस भर्ती परीक्षा को रद्द करने का प्रस्ताव राजस्थान सरकार को भेज चुका है।डोटासरा ने मुख्यमंत्री से पूछे कड़े सवाल
दरअसल, पीसीसी चीफ गोंविद सिंह डोटासरा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखते हुए कहा कि, “जब एक मंत्री कहे कि सरकार का मुखिया लीपापोती कर रहा है.. तो इसके क्या मायने हैं? जब एक मंत्री अपने ही मुख्यमंत्री की निर्णय क्षमता पर सवाल उठाए.. तो इसके क्या मायने हैं? आखिर.. मुख्यमंत्री जी इतने लाचार व मज़बूर क्यों हैं और किन ‘मगरमच्छों’ से डर रहे हैं?” यह भी पढ़ें