इन बातों पर करें गौर
आप कहीं दूर प्रसिद्ध जगह घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं। तो पहले अपने आसपास की जगह एक्सप्लोर कर लें। आसपास कई खूबसूरत जगह होती हैं।
एक बार में दस जगह एक्सप्लोर करने से आनंद पूरा नहीं मिल पाता और न कला, संस्कृति और लोकल कम्युनिटी समझने और सहेजने का या फिर बढ़ावा देने का मौका। इसलिए एक बार में एक ही जगह ठीक से घूमें और आनंद लें।
कोई भी ट्रैवल डेस्टिनेशन महज इसलिए न चुनें कि वहां की खूबसूरती ने लुभाया। वहां की संस्कृति भी आपको आकर्षित करनी चाहिए।
आप कहीं दूर प्रसिद्ध जगह घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं। तो पहले अपने आसपास की जगह एक्सप्लोर कर लें। आसपास कई खूबसूरत जगह होती हैं।
एक बार में दस जगह एक्सप्लोर करने से आनंद पूरा नहीं मिल पाता और न कला, संस्कृति और लोकल कम्युनिटी समझने और सहेजने का या फिर बढ़ावा देने का मौका। इसलिए एक बार में एक ही जगह ठीक से घूमें और आनंद लें।
कोई भी ट्रैवल डेस्टिनेशन महज इसलिए न चुनें कि वहां की खूबसूरती ने लुभाया। वहां की संस्कृति भी आपको आकर्षित करनी चाहिए।
Foreign Trip: बिना वीज़ा विदेश घूमना चाहते हैं भारतीय, ये हैं वो खूबसूरत देश https://www.patrika.com/world-news/indians-can-visit-these-countries-without-visa-8766119 क्या करना चाहिए
ट्रैवल फुटप्रिंट कम हो: जहां गए हैं, वहां की सैर साइकिल से करें। ज्यादा से ज्यादा पैदल घूमें। सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन को प्रायोरिटी दें। कम से कम सामान अपने साथ लेकर जाएं।
गंदगी न फैलाए: होटल में रुकें या होमस्टे में, गंदगी न फैलाएं। उतना ही सामान काम में लें, जितनी जरूरत हो। सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन वाली जगहों को प्राथमिकता दें।
सिंगल यूज प्रोडक्ट यूज न करें: इको-फ्रेंडली चीजें लेकर ट्रैवल करें। रीयूजेबल आइटम्स से वेस्टेज कम होगा। पानी पीने के लिए कांच की बोतल साथ रखें। प्लास्टिक की बोतल नहीं खरीदनी पड़ेगी।
ट्रैवल फुटप्रिंट कम हो: जहां गए हैं, वहां की सैर साइकिल से करें। ज्यादा से ज्यादा पैदल घूमें। सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन को प्रायोरिटी दें। कम से कम सामान अपने साथ लेकर जाएं।
गंदगी न फैलाए: होटल में रुकें या होमस्टे में, गंदगी न फैलाएं। उतना ही सामान काम में लें, जितनी जरूरत हो। सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन वाली जगहों को प्राथमिकता दें।
सिंगल यूज प्रोडक्ट यूज न करें: इको-फ्रेंडली चीजें लेकर ट्रैवल करें। रीयूजेबल आइटम्स से वेस्टेज कम होगा। पानी पीने के लिए कांच की बोतल साथ रखें। प्लास्टिक की बोतल नहीं खरीदनी पड़ेगी।
हमारी कोशिश होनी चाहिए जिम्मेदारी के साथ घूमें-फिरें और आनंद लें। यही है सस्टेनेबल टूरिज्म, जिसे इको फ्रेंडली या फिर रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म भी कहते हैं। – ट्रैवल ब्लॉगर शिव्या नाथ से बातचीत पर आधारित