विश्व मौसम विज्ञान संगठन डब्ल्यूएमओ का कहना है कि राजस्थान सहित देशभर में इस साल कड़ाके की ठंड पड़ेगी। इतना ही नहीं, इस साल सर्दियों के मौसम की अवधि भी बढ़ेगी। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने भी कड़ाके की ठंड को लेकर भविष्यवाणी की थी।
प्रदेश में पहले भीषण गर्मी, अब भारी बारिश
बता दें कि मई और जून के महीने में राजस्थान के कई इलाकों में पारा 50 डिग्री पार कर गया था। रेगिस्तानी इलाकों में तो हालात ऐसे बन गए थे कि तेज धूप में कहीं पापड़-रोटी सिक गई थी, तो कहीं चावल तक उबल गए थे। लेकिन, जब भारी बारिश का दौर शुरू हुआ तो ऐसे इलाके चेरापूंजी बन गए। अब सर्दियों के दिनों में कड़ाके की ठंड परेशानी बढ़ाने वाली है। ये भी पढ़ें:
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दरअसल, ला नीना अल नीनो के उलट एक प्राकृतिक मौसम पैटर्न है, जिसमें प्रशांत महासागर के मध्य और पूर्वी हिस्सों में समुद्र का तापमान सामान्य से कम ठंडा होता है। ला नीना की वजह से देशभर में मानसूनी मौसम लंबा खींचता है और सामान्य से अधिक वर्षा होती है। जैसा की इन दिनों देखने को भी मिल रहा है।
इस साल सितंबर-नवंबर के बीच ला नीना की स्थिति बनने की 55 प्रतिशत संभावना है। ऐसे में अक्टूबर के अंत तक बारिश की संभावना है। अक्टूबर से फरवरी 2025 तक ला नीना के 60 प्रतिशत मजबूत होने की उम्मीद है। ऐसे में इस साल सामान्य से ज्यादा ठंड पड़ेगी और सर्दियों की अवधि भी बढ़ेगी।