सोमवार को गांधीसागर से 3 छोटे गेट खोलकर 58 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। राणा प्रताप सागर बांध के 2 गेट खोलकर 66598 क्यूसेक, जवाहर सागर बांध के 4 गेट खोलकर 69614 क्यूसेक, कोटा बैराज के 6 गेट खोलकर 77059 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। गांधी सागर बांध में 64549 क्यूसेक, राणा प्रताप सागर बांध में 64359 क्यूसेक, जवाहर सागर बांध में 75498 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इससे पहले 17 सितम्बर को चम्बल के चारों बांधों के गेट खोले गए थे। यह तीन दिन तक खुले रहे थे।
चंबल के बांधों का जलस्तर
सोमवार शाम 6 बजे गांधी सागर बांध का जलस्तर अपनी पूर्ण भराव क्षमता 1312 फीट के मुकाबले 1311.05 फीट दर्ज किया गया। राणा प्रताप सागर बांध का जलस्तर अपनी पूर्ण भराव क्षमता 1157.50 फीट के मुकाबले 1156.89 फीट मापा गया। जवाहर सागर बांध का जलस्तर 980 फीट के मुकाबले 976.30 फीट दर्ज किया गया। कोटा बैराज का लेवल 853.30 फीट तक पहुंच गया।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश से इस सीजन में दूसरी बार खोले चंबल के बांधों के गेट
उदयपुर में 68.4 और माउंट में 42 एमएम बरसात
उदयपुर संभाग में बारिश का दौर जारी है। बीते 24 घंटे में राज्य में सर्वाधिक बारिश उदयपुर में सोमवार को 68.4 मिलीमीटर और माउंट आबू में 42 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जयपुर में 21.3, चित्तौडगढ़ में 15.2 और पिलानी में 20 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को बीकानेर संभाग जयपुर, अजमेर, कोटा व उदयपुर संभाग के कुछ भागों में हल्के से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।इसीप्रकार 27 सितंबर को तीन-चार दिनों के दौरान राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है।
आकाशीय बिजली गिरने से दो किशोरों की मौत
चित्तौड़गढ़ के भदेसर थाना क्षेत्र के भावनाथ खेड़ी गांव में बकरियां चराने गए दो किशोरों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। थाना प्रभारी मिश्रीलाल ने बताया कि भावनाथ खेड़ी निवासी दिलखुश पुत्र भाया लाल कालबेलिया (10) व रामप्रसाद पुत्र बगदीराम गायरी (13) रविवार को पहाड़ी क्षेत्र में बकरियां चराने गए थे। अपरान्ह तीन बजे बाद आकाशीय बिजली गिरने से दोनों की मौत हो गई। जब बकरियां घर पर आ गई और किशोर घर पर नहीं पहुंचे तो परिजन उन्हें ढूंढने गए। पहाड़ी पर वहां दोनों के झुलसे हुए शव मिले। सोमवार को दोनों का पोस्टमार्टम किया गया।