टोंक में बीती रात को विभिन्न जगहों पर ओलावृष्टि से सरसों सहित अन्य फसलों को नुकसान हुआ। यहां के टोड़ा , देवली सहित अन्य जगहों पर कमोबेश यही हालात नजर आए। दौसा में बीती रात दो घंटे जमकर बारिश हुई। इससे निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए। वहीं खेतों में फसल पानी में डूब गई। बीते 24 घण्टे में आज सुबह तक अलवर में 37, वनस्थली में 2.5 एमएम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग जयपुर केंद्र के मुताबिक राज्य में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव के असर का मिलाजुला असर देखने को मिलेगा। इसके साथ ही मौसम में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। जानकारी के मुताबिक जोधपुर, उदयपुर, अजमेर संभाग के जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। रविवार से पश्चिमी राजस्थान से जबकि 10 जनवरी से पूर्वी राजस्थान से आगामी एक सप्ताह के दौरान मौसम पूरी तरह शुष्क रहने की प्रबल संभावना है लेकिन आगामी 48 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, जयपुर, झुंझुनू, सीकर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक और पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, नागौर और जैसलमेर में कहीं कहीं पर घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। वहीं सोमवार को भी इन जिलों के यही हालात रह सकते हैं।
प्रदेश में बीती रात शनिवार को सबसे कम पारा फतेहपुर का 5.1 , बीकानेर का 5 डिग्री, चूरू का 6.6, गंगानगर का 6.5, सीकर का 8.2 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया। जयपुर का पारा भी 3.3 डिग्री कम होकर 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। फतहपुर, बीकानेर सहित अन्य जगहों के पारे में बीते 24 घण्टे में 7 डिग्री के आसपास की गिरावट दर्ज की गई।