देश में आगमन देश में मानसून प्राय: एक जून को केरल पहुंच जाता है लेकिन इस बार अब तक इसके संकेत नहीं मिले हैं। अभी श्रीलंका तक पहुंचा है और संभवत: 2 दिन बाद भारत पहुंचेगा।
प्रदेश में आगमन
राजस्थान में मानसून एक जुलाई तक आता है लेकिन इस बार आसार हैं कि 10 जुलाई तक ही आ पाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि इस बीच प्रदेश में कम हवा के दबाव क्षेत्र की स्थिति बनी तो मानूसन को गति मिल जाएगी। ऐसे में मानसून जल्दी पहुंच सकता है। मौसम विभाग के निदेशक शिवगणेश का कहना है कि 2018 में मानसून 27 जून को आया था लेकिन कम हवा दबाव का क्षेत्र बनने के बाद 2 ही दिन में उसने पूरे राजस्थान को छू लिया था।
राजस्थान में मानसून एक जुलाई तक आता है लेकिन इस बार आसार हैं कि 10 जुलाई तक ही आ पाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि इस बीच प्रदेश में कम हवा के दबाव क्षेत्र की स्थिति बनी तो मानूसन को गति मिल जाएगी। ऐसे में मानसून जल्दी पहुंच सकता है। मौसम विभाग के निदेशक शिवगणेश का कहना है कि 2018 में मानसून 27 जून को आया था लेकिन कम हवा दबाव का क्षेत्र बनने के बाद 2 ही दिन में उसने पूरे राजस्थान को छू लिया था।
जानिए कैसे आता है मानसून गर्मी के दिनों में तापमान उच्च रहता है और हवा का हल्की हो जाती है। इससे कम वायु दबाव का क्षेत्र बनता है। ऐसे में अधिक वायु दबाव वाले क्षेत्र से हवाएं आकर स्थान लेती हैं। ये हवाएं महासागर से आती हैं, जिनमें नमी होती हैं। दक्षिण से आने के कारण उन्हें दक्षिणी हवाएं कहा जाता है। हवाएं देश के दक्षिणी-पश्चिमी तट से टकराती हैं तो भारत सहित कई देशों में बारिश करती हैं। यें हवाएं एक जून तक केरल पहुंचती हैं।
केरल से शुरुआत, फिर यों होती है देशभर में बारिश
केरल के साथ अरबसागर और बंगाल की खाड़ी से आने हवाएं उत्तर की ओर बढ़ती हैं। ये जून के प्रथम सप्ताह में असम तक पहुंच जाती हैं। आगे जाकर ये हिमालय से टकराकर पश्चिम की ओर से मुड़ जाती हैं। मानसून 15 जून तक आधे भारत में फैल जाता है। यहां अरबसागर और बंगाल की खाड़ी की हवाएं भी मिल जाती हैं। ये पश्चिम और उत्तर वाले प्रदेश हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में एक जुलाई तक पहुंच जाती हैं। मानसून 10 से 15 जुलाई तक उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ़ और झरखंड तक पहुंचता है।
केरल के साथ अरबसागर और बंगाल की खाड़ी से आने हवाएं उत्तर की ओर बढ़ती हैं। ये जून के प्रथम सप्ताह में असम तक पहुंच जाती हैं। आगे जाकर ये हिमालय से टकराकर पश्चिम की ओर से मुड़ जाती हैं। मानसून 15 जून तक आधे भारत में फैल जाता है। यहां अरबसागर और बंगाल की खाड़ी की हवाएं भी मिल जाती हैं। ये पश्चिम और उत्तर वाले प्रदेश हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में एक जुलाई तक पहुंच जाती हैं। मानसून 10 से 15 जुलाई तक उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ़ और झरखंड तक पहुंचता है।