पूर्व मंत्री व डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह और उनके पुत्र अनिरुद्ध सिंह के बीच तकरार मामला गर्माया हुआ है। पिता-पुत्र के बीच अदावत को लेकर अब दिवंगत पूर्व मंत्री दिगंबर सिंह के पुत्र डॉ शैलेन्द्र सिंह ने भी एन्ट्री मार ली है। भरतपुर से भाजपा के जिलाध्यक्ष डॉ शैलेन्द्र सिंह ने विश्वेन्द्र पुत्र अनिरुद्ध को नसीहतें देते हुए आपसी विवाद को ख़त्म करने की बात कही है।
‘विश्वेन्द्र सिंह राजनीतिक प्रतिद्वंदी, पर उनके प्रति सम्मान है”
पूर्व मंत्री दिगंबर सिंह के पुत्र डॉ शैलेन्द्र सिंह ने विश्वेन्द्र-अनिरुद्ध विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ज़रिये खुलकर व्यक्त की। डॉ सिंह ने भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सामने आये इस विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा, ”भरतपुर महाराज विश्वेन्द्र सिंह जी मेरे राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी हैं, लेकिन भरतपुर के पूर्व महाराज एवं महाराजा सूरजमल जी के वंशज होने के नाते मेरे मन में उनके प्रति बहुत सम्मान है।”
‘अनिरुद्ध ने जो लिखा वो अमर्यादित-अपरिपक्व’
डॉ सिंह ने आगे कहा, ”पिता सिर्फ जन्मदाता नहीं होते, बल्कि उनसे पुत्र को आचार, विचार और संस्कार प्राप्त होते हैं। अनिरुद्ध द्वारा विश्वेन्द्र सिंह जी के बारे में जो कुछ भी लिखा गया, उससे मुझे भी पीड़ा हुई है। यह न सिर्फ गलत है बल्कि अमर्यादित और अपरिपक्वता की पराकाष्ठा है।”
‘परिवार में द्वेष फैलाने वालों से दूर रहें’
पूर्व मंत्री दिगंबर सिंह के पुत्र डॉ शैलेन्द्र ने अनिरुद्ध सिंह को नसीहत देते हुआ कहा, ‘परिवार में विचार अलग हो सकते हैं लेकिन पिता कभी अपने बच्चों का बुरा सोच और कर नहीं सकते। मैं अनिरुद्ध से भाई की तरह यह कहना चाहूंगा कि ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए जो परिवार में द्वेष फैला कर इसका फायदा उठाना चाहते हैं, क्योंकि परिवार से बड़ी ताकत दुनिया में कुछ भी नहीं है।
राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे हैं विश्वेन्द्र-दिगंबर
प्रदेश की सियासत में भरतपुर हमेशा से ही ‘हॉट स्पॉट’ रहा है। दिवंगत पूर्व मंत्री डॉ दिगंबर सिंह पूर्व में विश्वेन्द्र सिंह के राजनितिक प्रतिद्वंदी रहे हैं। डॉ दिगंबर सिंह के निधन के बाद भी दोनों पक्षों के बीच सियासी प्रतिद्वंद्विता बरकरार है। यही वजह है कि विश्वेन्द्र-अनिरुद्ध के बीच पारिवारिक विवाद में डॉ दिगंबर सिंह के पुत्र डॉ शैलेन्द्र की प्रतिक्रया अब चर्चा में बनी हुई है।
डॉ दिगंबर-शैलेन्द्र को पटखनी दे चुके हैं विश्वेन्द्र सिंह
पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह पूर्व में हुए चुनावों में डॉक्टर दिगंबर सिंह और उनके पुत्र डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह को अलग-अलग चुनावों में पटखनी दे चुके हैं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में डीग-कुम्हेर सीट से विश्वेन्द्र सिंह ने डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह को 8 हज़ार से भी ज़्यादा वोटों से हराया था, जबकि उससे पहले वर्ष 2013 में उन्होंने डॉक्टर दिगंबर सिंह को 10 हज़ार से भी ज़्यादा वोटों से शिकस्त दी थी। हालांकि वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में डॉक्टर दिगंबर सिंह ने विश्वेन्द्र सिंह को लगभग 3 हज़ार वोटों से हराया था।
अंग्रेजी में ट्वीट कर लिखा, पिछले छह सप्ताह से मैं अपने पिता के सम्पर्क में नहीं हूं। वे मेरी मां के प्रति हिंसक हो गए हैं। कर्ज ले लिया। शराबी हो गए हैं। जो दोस्त मेरी मदद करते हैं, उनके बिजनेस बर्बाद कर दिए हैं। यह केवल राजनीतिक विचारधाराओं का अन्तर नहीं है।
विश्वेंद्र सिंह व उनके पत्नी-बेटे के बीच विवाद की चर्चा पहले भी होती रही है। बताते हैं कि विश्वेंद्र के सोशल मीडिया अकाउंट काफी दिन से चल रहे थे। अनिरुद्ध ही उनके अकाउंट चला रहे थे। कई बार राज्य सरकार के खिलाफ ट्वीट को लेकर दोनों के बीच विरोध की बात भी सामने आई थी। ऐसे में दो माह पूर्व विश्वेंद्र ने सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट करा दिए थे। इसके बाद मतभेद की चर्चा उजागर हुई तो अनिरुद्ध ने सोशल मीडिया पर परिवार में अनबन संबंधी चर्चाओं को गलत बताया था।
विश्वेंद्र के समर्थकों में नाराजगी के बाद ट्वीट डिलीट
बताते हैं कि अनिरुद्ध के ट्वीट के बाद खलबली मच गई। विश्वेंद्र सिंह के समर्थकों ने भी ट्वीट पर विरोध व्यक्त करना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने समझाने के लिए भी संदेश भेजे। इसके कुछ घंटे बाद ट्वीट डिलीट कर दिया गया।
साहब बैठक में हैं…
‘पत्रिका’ ने विश्वेंद्र सिंह से बात करनी चाही तो उनके सुरक्षाकर्मी ने बताया कि साहब बैठक में हैं। जबकि अनिरुद्ध ने फोन नहीं उठाया।