ग्वालियर राजपरिवार की पूर्व राजमाता और एक प्रखर राजनीतिक व्यक्तित्व रहीं विजयाराजे सिंधिया की आज पुण्यतिथि ( Vijaya Raje Scindia Death Anniversary ) है। 25 जनवरी को आज ही के दिन वर्ष 2001 में उनका निधन हुआ था। पुण्यतिथि के मौके पर भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता और आमजन आज उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को याद कर रहा है। कोविड काल होने के कारण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के ज़रिये ही विजयाराजे को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ( Vasundhara Raje ) ने भी अपनी मां विजयाराजे को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। राजे ने ट्विटर पर विजयाराजे की पुरानी तस्वीरों को साझा करते हुए उनकी सक्रीय राजनीति और समाज सेवा में भूमिका को याद किया है।
राजे ने अपनी मां को नारी शक्ति की अद्वितीय मिसाल करार देते हुए श्रद्धांजलि दी है। राजे ने अपने एक ट्वीट सन्देश में कहा कि विजयाराजे का आदर्श जीवन सभी राष्ट्र प्रेमियों के लिए प्रेरणा है, जो सांसारिक मोह को त्याग कर देश की उन्नति को अपने जीवन का ध्येय समझते हैं।
आपातकाल-राम मंदिर आंदोलन में निभाई भूमिका
राजे ने एक अन्य ट्वीट सन्देश में लिखा, ‘अम्मा महाराज देश की स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर भारतीय राजनीति के हर अहम दौर की साक्षी रहीं। उन्होंने आजादी से पूर्व विदेशी वस्त्रों की होली जलाने से लेकर, आपातकाल एवं राम मंदिर आंदोलन में भी अपनी अहम भागीदारी निभाई थी।’
राष्ट्रहित में समर्पित होने की मिली सीख
राजे ने लिखा, ‘भारत में महिलाओं को सक्रिय रूप से राजनीति में लाने तथा लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में उनका काम करने का तरीका वाकई बेमिसाल था। मैं खुद को सौभाग्यशाली समझती हूं कि मुझे बचपन में ही उनसे समाज व राष्ट्रहित में समर्पित होकर काम करने की सीख मिलती रही है।’