रास्ता रोकने के लिए सरकार मजबूर कर रही
विजय सिंह बैंसला ने कहा कि हम शांत लोग हैं। हम खुद रास्ता नहीं रोक रहे हैं। रास्ता रोकने के लिए सरकार हमें मजबूर कर रही है। चार साल से मनुहार कर रहे है, लेकिन सरकार सुन नहीं रही तो अब सिर्फ शीर्ष नेतृत्व से ही मांग करेंगे। वर्ष 2020 के नोटिस अब आ रहे हैं। हाल में समाज के कई लोगों के पास नोटिस आए कि 24 तारीख को थाने पर आओ। हमारी मांग है कि जो मूल समझौता हुआ, उसे अक्षरश: लागू कर दो। हम कोई रास्ता नहीं रोकेंगे।
एमबीसी वर्ग का पूरा समर्थन
हमारे समाज के 233 लोगों को नौकरी लगने के बाद रीट से बाहर कर दिया। बैंसला ने कहा कि केबिनेट मंत्रियों की मौजूदगी में लिखित समझौता हुआ था। यदि उसकी पालना हुई तो कोई विरोध नहीं करेंगे। सरकार के चार साल निकल गए। चुनाव से छह माह पहले ब्यूरोक्रेसी पेन डाउन कर देंगी, फिर कोई काम नहीं होगा। इसलिए राहुल गांधी के सामने ये मामला रख रहे हैं। बैंसला ने कहा कि हमारी तैयारी पूरी है। एमबीसी वर्ग का पूरा समर्थन मिल रहा है।
जो समझौता हुआ उसे सरकार लागू करे
आरक्षण संघर्ष समिति से जुड़े भूरा भगत ने कहा कि मलारना आंदोलन के समय जो समझौता हुआ है, उसे सरकार लागू करें। समझौते की पालना नहीं होती है तो राहुल गांधी को राजस्थान में घुसने नहीं देंगे। आरक्षण संघर्ष समिति के लोकसभा प्रभारी गिर्राज गुर्जर ने बताया कि शाम को रायपुर तक पूरे मार्ग का अवलोकन किया।