नरेश मीणा ने टोंक की देवली-उनियारा सीट से टिकट की प्रबल दावेदारी की थी और उपचुनाव क्षेत्र से लेकर राजधानी जयपुर तक उन्होंने अपनी ताकत का जमकर प्रदर्शन किया। सोशल मीडिया पर भी उनका समर्थन जबरदस्त रहा। दिल्ली तक उन्होंने जोरदार लॉबिंग की, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इस निर्णय से नरेश और उनके समर्थक बेहद निराश हैं।
अपनी प्रतिक्रिया में नरेश मीणा ने कहा, “कांग्रेस के टिकट की मुझे बहुत उम्मीद थी, लेकिन वह पूरी नहीं हो सकी। इस संघर्ष के दौरान जिसने भी मेरा साथ दिया, उन सभी का मैं दिल से धन्यवाद करता हूं।
उन्होंने आगे कहा, “सभी साथियों और समर्थकों से बातचीत के बाद यह तय कर लिया है कि अब मैं चुनाव नहीं लडूंगा यह फैसला नरेश मीणा और उनके समर्थकों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वह लगातार पार्टी के लिए कार्य करते आए हैं और उन्हें टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी। अब देखना यह होगा कि नरेश के इस निर्णय से क्षेत्र की राजनीति और कांग्रेस पार्टी पर क्या प्रभाव पड़ता है।