इससे पहले जगतपुरा स्थित महल रोड पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में एक कार घुसने से हड़कम्प मच गया था। काफिले में शामिल सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री को घेर लिया, लेकिन मुख्यमंत्री अपनी जान की परवाह किए बिना मौके पर डटे रहे। उन्होंने घायल पुलिसकर्मियों की मदद की और उन्हें नजदीकी जीवन रेखा अस्पताल पहुंचाया। जहां, एएसआइ सुरेन्द्र सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री ने घायल कार चालक पवन को भी अपनी गाड़ी से महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के करीब पौन घंटे बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का काफिला एक बार फिर उसी जगह से निकला। हैरत की बात यह थी काफिले में गैस सिलेंडरों से भरा ट्रक घुस गया और साथ ही चलने लगा।
सीएम के काफिले में घुसने वाली कार की रफ्तार थी बहुत तेज
प्रत्यक्षदर्शी पुलिसकर्मियों ने बताया कि घटना उस समय घटी जब मुख्यमंत्री का काफिला सीतापुरा की तरफ जा रहा था और रूट पर आम आवाजाही बंद थी। तभी एक तेज रफ्तार कार कुंभा मार्ग की ओर से रॉन्ग साइड में 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चौराहे की ओर बढ़ी। महिला कांस्टेबल ने कार चालक को रुकने का इशारा किया, लेकिन रफ्तार कम नहीं हुई। महिला कांस्टेबल ने डिवाइडर पर चढ़कर खुद को बचाया। ट्रैफिक पुलिस के एएसआइ सुरेन्द्र सिंह ने भी कार रुकवाने की कोशिश की। कार सुरेन्द्र को टक्कर मार काफिले में घुस गई और पायलट कार को टक्कर मार दी। सुरेन्द्र उछलकर करीब 40 फीट दूर गिरे। पायलट कार में बैठे एसीपी अमीर हसन व चालक कांस्टेबल बलवान सिंह घायल हो गए। काफिले की दूसरी गाड़ी लोहे की रेलिंग तोड़ते हुए डिवाइडर पर चढ़ गई। इसमें सवार पुलिसकर्मी देवेन्द्र सिंह व राजेन्द्र सिंह घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शी जयकिशन ने बताया कि कार की रफ्तार बहुत तेज थी।
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