… तो होंगे कांग्रेस उम्मीदवार!प्रहलाद गुंजल के भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं के बीच संभावना ये भी जताई कि अगर उनकी जॉइनिंग कांग्रेस में होती है, तो उन्हें कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के तौर पर उतारा जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो इस सीट पर उनका सामना भाजपा के घोषित प्रत्याशी व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से होगा।
उपेक्षा से आहत हैं गुंजल : सूत्र जानकारी के अनुसार प्रहलाद गुंजल पिछले कुछ समय से भाजपा के प्रदेश से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक से कई बातों को लेकर नाराज़ चल रहे हैं। इस उपेक्षा को ही आधार मानकर अब उनके भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने की बात ज़ोर पकड़े हुए हैं। हालांकि गुंजल की ओर से अभी तक उनके नाम को लेकर चल रहे इन तमाम चर्चाओं और अटकलों पर कोई जवाब नहीं आया है।
वसुंधरा के सबसे करीबी नेताप्रहलाद गुंजल पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सबसे विश्वस्त और करीबी नेताओं में से एक हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान वसुंधरा राजे को सीएम फेस घोषित करने को लेकर भाजपा नेतृत्व के खिलाफ खुलकर सामने आने को लेकर भी वे चर्चाओं में रहे थे। उनका नाम हाड़ौती संभाग के प्रमुख नेताओं में शुमार है।
क्या कांग्रेस को मिलेगी एक और कामयाबी?चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं की फहरिस्त में क्या प्रहलाद गुंजल का नाम भी शामिल होगा, देखना दिलचस्प रहेगा। लेकिन गुंजल से पहले भाजपा सांसद राहुल कस्वां और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से उम्मेदाराम बेनीवाल अपनी-अपनी पार्टियां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
[typography_font:14pt;” >कस्वां को तो कांग्रेस ने हाथों-हाथ चूरू सीट से टिकट थमा दिया, वहीं उम्मेदाराम के भी बाड़मेर सीट से प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चाएं हैं। इधर कोटा-बूंदी सीट से कांग्रेस ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
पहले दे चुके हैं सफाई प्रह्लाद गुंजल के भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने की अटकलें पिछले सप्ताह भी ज़ोर पकडे थीं। नौबत यहां तक आई कि गुंजल को सार्वजनिक तौर पर घोषित करना पड़ा कि वे फिलहाल पार्टी छोड़कर नहीं जा रहे हैं। इस बात को लेकर चल रही चर्चाएं और खबरें निराधार है।