मुंबई. वासु हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड अब न्यूट्रास्यूटिकल्स में प्रवेश कर रहा है। कंपनी ने एक नया डिवीजन वासु न्यूट्रा लॉन्च किया है और इसका उद्देश्य प्रकृति के बेहतरीन हर्बल और न्यूट्रास्युटिकल अवयवों के संयोजन में प्लान्ट आधारित हर्बल न्यूट्रास्यूटिकल्स को पेश करना है। वासु हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हार्दिक उकाणी ने बताया कि कोविड महामारी ने लोगों को रोजबरोज की प्रतिरक्षा, वेलनेस, स्वास्थ्य और पोषण पर ध्यान देने के लिए मजबूर कर दिया है। कंपनी का लक्ष्य बोन हेल्थ, युटीआई केयर, बाल चिकित्सा और महिला देखभाल के क्षेत्रों में इम्यूनिटी बूस्टर, मल्टीविटामिन और एंटीऑक्सिडेंट रेंज पेश करना है। भारत में न्यूट्रास्यूटिकल्स उद्योग वर्ष 2022 में 10 बिलियन अमरीकी डॉलर है और वर्ष 2025 में यह 21 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के साथ 18 बिलियन अमरीकी डोलर तक पहुंचने की संभावना है। अनुमान है कि भारत का न्यूट्रास्यूटिकल्स उद्योग वर्ष 2023 तक वैश्विक बाजार का कम से कम 3.5 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त करेगा। भारतीय न्यूट्रास्यूटिकल्स बाजार में 65 प्रतिशत हिस्सा डायेटरी सप्लीमेन्ट्स का है जिसमें मैक्रोन्यूट्रियन्ट्स, हर्बल और नोन-हर्बल एक्सट्रेक्ट्स शामिल है। सागर पटेल, निदेशक, वासु हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि तेजी से बदलती जीवनशैली के साथ, न्यूट्रास्यूटिकल्स दैनिक आहार में छोड़े गए पोषण अंतराल को भरने के लिए तेजी से स्वीकृति प्राप्त कर रहे हैं, प्रतिरक्षा में सुधार कर रहे हैं और भारतीय स्वास्थ्य बाजार में प्रमुख बन गए हैं। कंपनी की न्यूट्रास्यूटिकल्स रेंज प्रिस्क्रीप्शन के साथ-साथ पर नेटमेड्स, 1एमजी और वासु स्टोर मोबाइल ऐप और वेबसाइट सहित सभी प्रमुख ई-कॉमर्स पोर्टल उपलब्ध होंगी। हमारी आर एंड डी टीम ओरल हेल्थकेयर समेत स्कीनकेयर रेन्ज और पर्सनल हाइजिन के विस्तार के साथ-साथ नोवेल ड्रग डिलिवरी सिस्टम के माध्यम से टीबी, मधुमेह, तनाव, हृदय, आंत्र देखभाल जैसे अभिनव क्षेत्रों पर काम कर रही है।