तड़के बैकुंठीनाथजी का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई। इसके बाद शृंगार आरती की गई। भगवान को दही—बरफी का विशेष भोग अर्पित किया गया। सुबह से ही मंदिर में दर्शनों और दान—पुण्य के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ी। महिलाएं बैकुंठीनाथजी को दही—बरफी का भोग लगा रही है। वहीं 5—5 बर्तन, कपड़े, फल आदि दान स्वरूप बैकुंठीनाथजी को अर्पित किए जा रहे है। इसके बाद ठाकुरजी के 108 परिक्रमा लगा रही है। महिलाएं मंदिर में दीपदान भी कर रही है। वहीं पास में स्थित कल्पवृक्ष की भी पूजा—अर्चना कर परिक्रमा लगाई जा रही है। महंत कृष्ण चंद्र शर्मा ने बताया कि बैकुंठीनाथजी के दर्शनों के लिए शहरभर से महिलाएं आ रही है। आज दिनभर मंदिर के दर्शन खुले रहेंगे। महिलाओं की अधिक भीड़ रहने से मंदिर गर्भगृह की परिक्रमा को बंद करना पड़ा, महिलाएं मुख्य मंदिर के बाहर से ही बैकुंठीनाथजी के 108 परिक्रमा लगा रही है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस को बुलाना पड़ा।
जागे देव, दीपदान से जगमग मंदिर, देव दर्शन को उमड़ी भीड़, मांगलिक कार्य शुरू
गोविंददेवजी के उमड़ी भीड़
बैकुंठ चर्तुदशी पर शहर के आराध्य गोविंददेवजी, गोपीनाथजी व चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदरजी के दर्शनों के लिए भी बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे। मंगला झांकी से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिली। ठाकुरजी के दर्शनों के साथ ही मंदिरों में दीपदान किया जा रहा है। कार्तिक स्नान करने वाली महिलाएं मंदिर में दीपदान कर रही है।