केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने विधायक बाबू सिंह राठौड़ के आरोपों के बाद एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया है। जिसमें विधायक के विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का उल्लेख किया है। शेखावत ने पोस्ट कर लिखा- ‘विकास, विश्वास और प्रयास! पंचायत समिति शेरगढ़ में विकास कार्यों का ब्योरा।’ शेखावत के इस पोस्ट को विधायक के लगाए आरोप का जबाव के तौर पर जोड़कर देखा जा रहा है।
सोमवार को सेतरावा में वीर शिरोमणि राव श्री देवराज राठौड़ के जयंती समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे ही कार्यक्रम से निकले तभी शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ मंच पर आए और कहा ‘हम लोगों को पता है कि जोधपुर के सांसद महरौली सीकर के रहने वाले हैं और सांसद जोधपुर से बने हैं। उन्होंने इस लोकसभा क्षेत्र में सैनिक स्कूल नहीं खुलवाया। भुगड़ा त्रासदी के पीड़ितों को मदद और संविदा पर नौकरी लगने का आश्वासन तो दिया, लेकिन लगाया नहीं। राजस्थान में 56 केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत करवाए, लेकिन शेरगढ़ में नहीं हुआ है। जबकि तिवारी और पाली में भी केंद्रीय विद्यालय खुल गए हैं।’
राठौड़ ने आगे कहा, ‘शेखावत सैनिक स्कूल बनाते हुए कहते हैं कि हमने सीकर, झुंझुनू में सैनिक स्कूल बनवाया। हमें पता है आप वहां के हो, लेकिन सांसद जोधपुर लोकसभा के हो। जोधपुर के चौपासनी में जो सैनिक स्कूल खुला था, वह राजनाथ सिंह के प्रयास से हुआ था।’ उन्होंने मारवाड़ी में कहा कि आप मीठा घनी बोलियां पर काम करिया कोनी।’
इससे पहले विधानसभा चुनाव के दौरान भी बालेश्वर में राजनाथ सिंह के सामने इन दोनों नेताओं का मनमुटाव सामने आया था। तब सभा को संबोधित करने के लिए शेरगढ़ के पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़ माइक के पास पहुंचे। जैसे ही बाबू सिंह ने बोलना शुरू किया तभी बीजेपी नेता राणा प्रताप सिंह ने तुरंत ही बाबू सिंह के सामने से माइक छीन लिया। दो-तीन लोग और बाबू सिंह के पास पहुंच गए। पूर्व विधायक ने कहा कि मैंने राजनाथ सिंह जी से पूछ कर ही भाषण दे रहा हूं लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया।