एटीएस-एसओजी के एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि आरोपी रामप्रकाश और विवेक ने नकल के लिए ब्लूटूथ डिवाइस में सिम उपलब्ध करवाई थी, जबकि दीपक ने इसका इस्तेमाल कर परीक्षा पास की।
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से 14 मई 2023 को आयोजित परीक्षा में यह गैंग सक्रिय थी। गैंग का संचालन पौरव कालेर और उसके चाचा तुलछाराम कालेर कर रहे थे। दोनों पर कई परीक्षाओं में नकल करवाने के आरोप हैं। पटवारी भर्ती परीक्षा-2021 में पौरव के पास से 27 सिम कार्ड, 6 मोबाइल और 2 डोंगल बरामद हुए थे। वहीं, तुलछाराम चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल कराने के मामले में पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
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चाचा-भतीजा गैंग का खुलासा
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से 14 मई 2023 को आयोजित परीक्षा में यह गैंग सक्रिय थी। गैंग का संचालन पौरव कालेर और उसके चाचा तुलछाराम कालेर कर रहे थे। दोनों पर कई परीक्षाओं में नकल करवाने के आरोप हैं। पटवारी भर्ती परीक्षा-2021 में पौरव के पास से 27 सिम कार्ड, 6 मोबाइल और 2 डोंगल बरामद हुए थे। वहीं, तुलछाराम चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल कराने के मामले में पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
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गुप्त स्थान पर देते थे प्रशिक्षण
गैंग परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को गुप्त स्थान पर बुलाकर नकल के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करना सिखाती थी। उपकरणों को चप्पल, बेल्ट या वस्त्रों में छिपाकर परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के तरीके बताए जाते थे।