आगामी दिनों में अगले स्तर की वार्ता कर कार्ययोजनाओं का निर्माण किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश में आंगनबाडिय़ों को सक्षम आंगनबाड़ी बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। एनीमिया ग्रस्त एवं कुपोषण ग्रस्त पोकेट्स पर फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही राजस्थान में पदस्थापित दस हजार साथिनों का क्षमतावर्धन किया जाएगा।
साथिनों के जॉब रोल को फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में सुदृढ़ किया जायेगा। बैठक में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सस्टेनेबल गोल को लक्षित कर कार्य हेतु चर्चा की गई। प्रदेश की शानदार अमूर्त सांस्कृतिक विरासत कला, संस्कृति, हस्त कला आदि को आगे बढ़ाना जरुरी है। आधुनिकीकरण के कारण कला संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत की अनदेखी हो रही है। विरासत को संरक्षण कैसे प्रदान किया जाए और इनको पर्यटन की दृष्टि से किस तरह आगे बढ़ाया जाए इस पर भी चर्चा की गई।