इस वजह से लिया निर्णय
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि जयपुर के बढ़ते विस्तार को देखते हुए यह निर्णय किया गया है। इसके अलावा यूनेस्को की सूची में शामिल होने के बाद यह निर्देश दिए गए थे कि चारदीवारी इलाके को अलग से इंगित किया जाए। इस वजह से दो महापौर बनाने का निर्णय किया गया है। सभी निगमों में आने वाले 2 से 3 महीने के भीतर परिसीमन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि जयपुर के बढ़ते विस्तार को देखते हुए यह निर्णय किया गया है। इसके अलावा यूनेस्को की सूची में शामिल होने के बाद यह निर्देश दिए गए थे कि चारदीवारी इलाके को अलग से इंगित किया जाए। इस वजह से दो महापौर बनाने का निर्णय किया गया है। सभी निगमों में आने वाले 2 से 3 महीने के भीतर परिसीमन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
तीन निगमों को दो भागों में किया विभाजित
स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने बताया कि 18 अक्टूबर को जारी तीन अधिसूचनाओं के द्वारा 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले जयपुर, जोधपुर एवं कोटा नगर निगमों को दो—दो भागों में विभाजित करके पुनर्गठन किया गया है तथा अगस्त 2019 में उक्त शहरों के वार्डो के सीमांकन की अधिसूचनाओं को विखण्डित भी किया गया है।
स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने बताया कि 18 अक्टूबर को जारी तीन अधिसूचनाओं के द्वारा 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले जयपुर, जोधपुर एवं कोटा नगर निगमों को दो—दो भागों में विभाजित करके पुनर्गठन किया गया है तथा अगस्त 2019 में उक्त शहरों के वार्डो के सीमांकन की अधिसूचनाओं को विखण्डित भी किया गया है।
सरकार बनने के बाद ही उठने लगी मांग
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ही मांग उठ रही थी कि जयपुर में दो नगर निगम बनाए जाने चाहिए। खासकर मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक अमीन कागजी और विधायक रफीक खान ने दो महापौर बनाने की मांग की थी, लेकिन उस समय सरकार ने साफ मना कर दिया। इसके बाद शहर का परिसीमन हुआ और वार्डों की संख्या 91 से बढ़ाकर 150 कर दी गई, लेकिन पिछले दिनों कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक और बढ़ते शहर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार ने यह निर्णय किया है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ही मांग उठ रही थी कि जयपुर में दो नगर निगम बनाए जाने चाहिए। खासकर मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक अमीन कागजी और विधायक रफीक खान ने दो महापौर बनाने की मांग की थी, लेकिन उस समय सरकार ने साफ मना कर दिया। इसके बाद शहर का परिसीमन हुआ और वार्डों की संख्या 91 से बढ़ाकर 150 कर दी गई, लेकिन पिछले दिनों कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक और बढ़ते शहर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार ने यह निर्णय किया है।
शहरवासियों को दिवाली की सौगात
शहर में दो नगर निगम बनाकर सरकार ने शहरवासियों को दिवाली की सौगात दी है। बढ़ते शहर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार का यह निर्णय अच्छा माना जा रहा है, मगर इसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। इस बार चारदीवारी में कांग्रेस के तीन विधायक जीतकर आए है। ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि चारदीवारी में वो ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाएगी और उनका महापौर बनेगा। अब देखना होगा कि सरकार के इस निर्णय को जनता कितना समर्थन देती है।
शहर में दो नगर निगम बनाकर सरकार ने शहरवासियों को दिवाली की सौगात दी है। बढ़ते शहर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार का यह निर्णय अच्छा माना जा रहा है, मगर इसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। इस बार चारदीवारी में कांग्रेस के तीन विधायक जीतकर आए है। ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि चारदीवारी में वो ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाएगी और उनका महापौर बनेगा। अब देखना होगा कि सरकार के इस निर्णय को जनता कितना समर्थन देती है।
जयपुर हेरिटेज में होगा ये इलाका
—जयपुर हैरिटेज में 100 वार्ड होंगे
—वर्ष 2014 की अधिसूचना के आधार पर सीमांकन
—सिविल लाईन विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 22 से 31
—आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 61 से 70
—किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 71 से 79
—हवामहल विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 80 से 90
—आमेर विधानसभा क्षेत्र का वार्ड 91
नगर निगम ग्रेटर में होगा ये इलाका
—नगर निगम ग्रेटर जयपुर में 150 वार्ड होंगे
—वर्ष 2014 की अधिसूचना के आधार पर सीमांकन
—विद्याधर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 1 से 14
—झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 15 से 21
—सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 32 से 44
—बगरू विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 45 से 51
—मालवीय विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 52 से 60
—नगर निगम ग्रेटर जयपुर में 150 वार्ड होंगे
—वर्ष 2014 की अधिसूचना के आधार पर सीमांकन
—विद्याधर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 1 से 14
—झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 15 से 21
—सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 32 से 44
—बगरू विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 45 से 51
—मालवीय विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 52 से 60