Emotional : त्योहार पर हमेशा के लिए अकेली रह गई ख्वाहिश, नौ महीने की बेटी ख्वाहिश को दिवाली पर हमेशा के लिए छोड़ गए शहीद पिता हत्या कर लाश का गाड़ी में रख घुमते रहे ठिकाने लगाने के लिए
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली का रहने वाला विष्णु कुछ समय से चूरू में रहने वाली एक युवती के संपर्क में था। दोनो लगतार बातचीत करते थे। जिस लड़की से विष्णु संपर्क में था उस लड़की से चूरू का ही रहने वाला संजय भी प्रेम करता था। इसकी जानकारी जब संजय को लगी तो उसने विष्णु को अपनी प्रेमिका से बात करने से मना किया। लेकिन विष्णु नहीं माना।
देश दिवाली मना रहा था और पांच साल की लाड़ो अपने पिता को अंतिम विदाई दे रही थीं…. पूछती रही पापा कहां गए, रूला गई ये तस्वीरें दोनो के बीच काफी समय तक इसी बात को लेकर फोन पर गाली गलौज हुई। पुलिस ने बताया कि संजय ने विष्णु को मिलने राजस्थान बुलाया लेकिन विष्णु ने मना कर दिया। इस पर संजय ने विष्णु से दिल्ली में मिलकर मामला सैटल करने की बात कही। दिवाली पर संजय दिल्ली जा पहुंचा और दिल्ली में उसने विष्णु को मिलने बुलाया। संजय के साथ उसका एक साथी और था।
तीनों ने मिलकर शराब पी। उसके बाद संजय ने विष्णु से कहा कि वह उसकी प्रेमिका को छोड़ दे और अपने मोबाइल से उसकी फोटोज भी डिलिट कर दे। विष्णु ने ऐसा करने से मना कर दिया तो संजय और उसके दोस्त ने मिलकर विष्णु का रस्सी से गला दबा दिया और अपनी कार में उसका शव रखकर ठिकाने लगाने के लिए दिल्ली की सड़कों पर घुमते रहे। दिल्ली में धौला कुआं के नजदीक सुनसान इलाके में एक नाले में विष्णु के शव को दबा दिया गया। उधर विष्णु के परिवार वालों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। दिल्ली पुलिस विष्णु को तलाश करने लगी।
इधर नाले से शव निकल आया और पुलिस ने उसकी पहचान विष्णु के रुप में की। विष्णु के नंबर निकालकर जांच पड़ताल की तो दो नंबर राजस्थान के चूरू के मिलें। बस उसके बाद चूरू में रहने वाले संजय को उठा लिया। उसने सब कुछ साफ साफ पुलिस को बता दिया।
संजय और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। संजय ने पुलिस को बताया कि वेब सीरीज देखकर इस तरह हत्या करने का आईडिया आया और इसी तरह से मार भी दिया। अब जिस लड़की के कारण यह विवाद हुआ उससे भी पूछताछ की तैयारी दिल्ली पुलिस कर रही है। उसकी भूमिका भी संदिग्ध हैं।