गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रियों के दल को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजा जाना है। मिशन के अलग-अलग चरण होंगे। जैसे-प्रक्षेप पथ पर चढ़ाई, कक्षा में परिभ्रमण, डी-बूस्ट और अवरोहण। इन्हें ध्यान में रखकर चयनित कंपनी इसरो के लिए सिम्युलेटर का विकास करेगी। इसमें सिम्युलेशन सॉफ्टवेयर, क्रू मॉड्यूल की आंतरिक संरचना, क्रमानुसार मिशन के विभिन्न चरणों के अलावा विभिन्न प्रणालियों की डिजाइन और आपूर्ति शामिल है।
इसरो ने कहा है कि मिशन के सभी चरणों के साथ चालक दल को परिचित कराने और उन्हें विभिन्न कार्यों के लिए प्रशिक्षित करने में सिम्युलेटर काफी कारगर साबित होगा। वर्चुअल रियलिटी अंतरिक्ष मिशन के प्रशिक्षण में काफी उपयोगी साबित होते हैं। वर्चुअल रियलिटी के जरिए अंतरिक्ष यात्री आपातकालीन स्थितियों में अंतरिक्षयान को नियंत्रित करने और उपकरणों के प्रयोग के तरीके को काफी करीब से देख व समझ पाते हैं।
एक साथ दो अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण
सिम्युलेटर में एक स्पेस-सूट पहने दो अंतरिक्ष यात्रियों को प्रशिक्षित करने की सुविधा होगी। अगर एक अंतरिक्ष यात्री अनुपस्थित है तो उसकी जगह डमी को बैठाकर प्रशिक्षण पूरा करने की सुविधा होगी। इसके लिए एक वैश्विक निविदा निकाली गई है। कंपनियों को इसरो के पास प्रस्ताव भेजने के लिए 30 सितंबर की समय-सीमा तय की गई है। गौरतलब है कि गगनयान मिशन वर्ष 2024 तक लॉन्च करने की योजना है।
चार अंतरिक्ष यात्रियों का बेंगलूरु में चल रहा है प्रशिक्षण
इसरो ने कहा कि गगनयान मिशन में आकस्मिक स्थितियों को उचित तरीके से प्रबंधित करने के लिए अंतरिक्ष यात्रियों व कर्मियों को पूर्ण रूप से प्रशिक्षित होना होगा। इन तैयारियों के लिए बुनियादी, उन्नत और मिशन-विशिष्ट मॉड्यूल प्रशिक्षण की जरूरत है।