ये खूबियां भी आ रहीं पसंद – जैसी च्वॉइस वैसे खिलौने डिमांड कर सकते। – पुराने लौटाकर नए खिलौने ऑर्डर कर सकते हैं। -टॉय रोटेशन बना रहता है। बच्चों में बोरियत नहीं होती।
-लाइब्रेरी में बेहतरीन लर्निंग टॉयज के विकल्प मौजूद -घरों में खिलौनों का ढेर भी नहीं लगता। ऐप्स में अलग-अलग प्लान टॉय लाइब्रेरी सिस्टम ऐप्स की मदद से ऑपरेट होता है। इन ऐप्स में अलग-अलग प्लान होते हैं, जिसमें अभिभावक बजट के अनुसार सालाना, मासिक, त्रैमासिक पैकेज ले सकते हैं। एक पैकेज के प्रतिमाह 500-600 रुपए जमा करवाने होते हैं। ये ऐप्स प्रायः पहली कुछ डिलीवरी फ्री देते हैं। स्थायी मेंबर्स के लिए ऑफर्स, डिस्काउंट वाउचर्स भी उपलब्ध होते हैं जिससे वे कम कीमत पर बेहतरीन खिलौने ऑर्डर कर सकते हैं।
हाइजीन का रखा जाता ध्यान एक ऑनलाइन टॉय लाइब्रेरी की मार्केटिंग मैनेजर ऋचा के अनुसार उनके यहां हर समय औसतन 500 तरह के खिलौने रहते हैं। टॉय लाइब्रेरी में जब भी खिलौने लौटाए जाते हैं उन्हें पूरी तरह से डिस्कनेक्ट, सैनेटाइज करते हैं। खिलौनों को एक अल्ट्रावायलेट (यूवी) बॉक्स में रखा जाता है ताकि हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म किया जा सके। इसमें सभी चाइल्ड फ्रेंडली केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। उसके बाद ही पैक कर दूसरे बच्चे तक पहुंचाया जाता है। ऑनलाइन टॉय लाइब्रेरी में पैकेज लेने वाले अभिभावकों से एक हजार रुपए अग्रिम जमा करवाए जाते हैं। अगर खिलौने को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है तो जमा राशि को वापस लौटा दिया जाता है। टूट-फूट होने पर अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है।