जयपुर. पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से लगातार रुक-रुककर हो रही बारिश से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। खेतों में पानी भरने से सब्जी एवं खरीफ फसल की ग्वार व बाजरा फसलें नष्ट होने के कगार पर हैं। स्थिति यह है कि सब्जियों में 30 से 60 फीसदी तक नुकसान बताया जा रहा है। वहीं जिन खेतों में पानी का भराव हो रहा है, वहां बाजरा फसल में भी गलन की शिकायत होने लगी है। अब मौसम की मार के सामने किसान बेबस नजर आ रहे है।
पहले मानसून की बेरुखी की मार झेल रहे किसानों के लिए करीब एक सप्ताह से हो रही रुक-रुककर बारिश अब आफत बन गई है। जानकारी के अनुसार, वर्तमान में क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से रुक-रुककर रिमझिम और मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। खेतों में बारिश का पानी सूख नहीं रहा है तो कई जगह खेतों में पानी लबालब भरा हुआ है। लगातार हो रही बारिश से किसान ग्वार, मिर्च, पालक और बैंगन की फसल में नुकसान बता रहे है। इधर, बाजरा और मूंगफली की फसल में भी बारिश से गलन की शिकायत बताई जा रही है।
मिर्च में भी नुकसान
कृषि विभाग के उद्यान विभाग के अधिकारियों की माने तो मिर्च में ज्यादा नुकसान का आंकलन है। मिर्च में तकरीबन 50 से 60 फीसदी नुकसान हुआ है। मिर्च में गलन होने से रोगग्रस्त हो गई। महारकलां निवासी किसान महेश सैनी ने बताया कि मिर्च की पौध नष्ट हो गई है।
बारिश न रुकने से खराबा
बांसा निवासी गोपी रुंडला ने बताया कि गोभी की पौध तैयार होने वाली थी। कई दिन बारिश न रुकने से खराब होने लगी है। पौध अब तक 80 फीसदी खराब हो चुकी है। सान्दरसर निवासी मोहनलाल ने बताया कि बैंगन फसल की बुवाई की थी। खेतों से पानी की निकासी न होने व अधिक बरसात होने से फसल खराब हो गई हैं।
गोभी एवं टमाटर की पौधशाला नष्ट
इधर, आगामी सब्जी की फसल बुवाई की तैयारी में जुटे किसानों के लिए भी बारिश आफत बनी हुई है। किसानों का कहना है कि बारिश के चलते गोभी और टमाटर की पौध नष्ट हो गई है। महंगी दर पर बीज खरीदकर पौध की थी, लेकिन नष्ट हो गई है। पुन: बीज खरीदकर पौध करनी होगी।
इनका कहना है
लगातार बारिश से सब्जी की फसलें प्रभावित हो रही है। किसानों की पौध नष्ट हो गई है तो वर्तमान में मिर्च, बैंगन और ग्वार में नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। – जेपी नील, सहायक कृषि अधिकारी, उद्यान विभाग, चौमूं