आयोजक विनिता ने बताया कि एग्जीबिशन के पहले दिन राजस्थान की वीरांगनाए विषय पर पेंटिंग कॉम्पीटिशन हुआ। जिसमें 50 से अधिक महिला कलाकारों ने भाग लिया। कलाकारों ने हाड़ी रानी, पद्मिनी, मीरा बाई, पन्नाधाय, कमलावती, कृष्णा कुमारी, रत्नावती आदि से जुड़ी पेंटिंग बनाई। इसमें दिल्ली, देहरादून, सीकर, नागौर, जयपुर सहित अन्य स्थानों की महिला कलाकारों ने भाग लिया है। रविवार को पेंटिंग प्रतियोगिता के तीन विजेताओं को पुरस्कार दिया जाएगा।
भरतनाट्यम के साथ शिव स्तुति
आर्टिस्ट रति जोशी ने बताया कि ये पेंटिंग भगवान शिव को डेडिकेट है। इसमें भरतनाट्यम करती महिला के साथ शिव स्तुति को बयां किया गया है। साथ ही पेंटिंग के इन मंत्रों से मिलने वाली पॉजिटिविटी का जिक्र भी किया है। आर्टिस्ट मिताली हर्षा ने बताया कि एग्जीबिशन में बुद्धा पर आधारित एक पेंटिंग डिस्प्ले की है। जो ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ शब्दों से अंधकार से प्रकाश की ओर चलने का संदेश दे रही है।
आर्टिस्ट रति जोशी ने बताया कि ये पेंटिंग भगवान शिव को डेडिकेट है। इसमें भरतनाट्यम करती महिला के साथ शिव स्तुति को बयां किया गया है। साथ ही पेंटिंग के इन मंत्रों से मिलने वाली पॉजिटिविटी का जिक्र भी किया है। आर्टिस्ट मिताली हर्षा ने बताया कि एग्जीबिशन में बुद्धा पर आधारित एक पेंटिंग डिस्प्ले की है। जो ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ शब्दों से अंधकार से प्रकाश की ओर चलने का संदेश दे रही है।