गौरतलब है कि इस वर्ग के तबादले पिछली वसुंधरा सरकार में 2018 में किए गए थे। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के आने के बाद थर्ड ग्रेड शिक्षकों में तबादला आवेदन नहीं मांगे गए हैं। मौजूदा समय में राज्य में दो लाख से ज्यादा शिक्षक तृतीय श्रेणी में कार्यरत हैं। बीते एक दशक में थर्ड ग्रेड शिक्षकों के दो बार साल 2010 और 2018 में ही तबादले किए गए। इसमें डार्क जोन और टीएसपी क्षेत्र में शामिल करीब साठ हजार शिक्षक तो बदली के लिए बरसों से इंतजार कर रहे हैं। पिछली बार सिंतबर 2020 में तबादलों से बैन हटने पर व्याख्याता, प्राचार्य और प्रधानाचार्य के आठ हजार तबादले किए गए थे।हालांकि इस दौरान सैकंड ग्रेड के तबादला आवेदन मांगे भी गए थे,लेकिन महज कुछ गिने चुने तबादलों के अलावा इस पर वरिष्ठ अध्यापकों को केवल इंतजार ही मिला।