ये है बैठक की पूरी इनसाइड स्टोरी
सूत्रों के मुताबिक बैठक में सचिन पायलट समर्थक एक पदाधिकारी ने पीसीसी चीफ से पूछा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोटो किस प्रोटोकॉल के तहत लगा हुआ है? इस पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हम पीसीसी की बैठक में AICC के प्रोटोकॉल को फॉलो करते हैं, उन्हीं दिशा-निर्देशों की पालना करते हैं। इसके बाद इस मुद्दे में पूर्व सीएम रहे स्व. शिवचरण माथुर की नातिन विभा माथुर भी कूद पड़ीं। विभा माथुर ने ऐतराज जताया तो डोटासरा ने कहा कि ये कांग्रेस की मीटिंग है, इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। यहां सभी फोटो प्रोटोकॉल के तहत ही लगे हैं। इसके बाद नोकझोंक बढ़ती गई तो पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि हम सभी को कांग्रेस के लिए काम करना चाहिए। अगर किसी को नेताओं की फोटो लगानी हो तो अपने कार्यक्रमों उसको जगह दें, इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं है।
इस पोस्टर पर हुआ विवाद
दरअसल, पीसीसी की बैठक में एक पोस्टर पर केंद्र और राज्य के बड़े नेताओं की तस्वीर लगी थी। लेकिन उस पोस्टर से राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट की फोटो गायब थी। वहीं, इस पूरे मामले पर गोविंद सिंह डोटासरा ने बयान देते हुए कहा कि यह हमारा अंदरूनी मामला है, उनको जो कहना था उन्होंने कह दिया हमको जो सुनना था हमने भी सुन लिया, उनकी भावनाएं थी उन्होंने कह दी।
कौन हैं विभा माथुर?
बताते चलें कि विभा माथुर राजस्थान के पूर्व सीएम स्वर्गीय शिवचरण माथुर की बेटी वंदना माथुर की बेटी है। विभा माथुर कांग्रेस में सचिन पायलट गुट की मानी जाती है। फिलहाल वह पीसीसी में सचिव पद पर हैं। विभा माथुर कांग्रेस में आईटी सेल की प्रवक्ता और राजस्थान कांग्रेस के विचार विभाग की सेक्रेटरी रह चुकी हैं।
निष्क्रिय लोगों पर गिरेगी गाज
इस बैठक में डोटासरा ने कहा कि संगठन में सक्रियता सुनिश्चित करने के लिए पदाधिकारियों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि बैठक में 23 पदाधिकारी गैरहाजिर रहे। ऐसे पदाधिकारियों को लेकर उनकी जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि संगठन में वही बने रहेंगे, जो अपने दायित्वों को सही तरीके से निभाएंगे। बैठक के दौरान डोटासरा ने कहा कि ब्लॉक और मंडल स्तर पर संगठन की कार्यकारिणी का गठन शीघ्र किया जाएगा।