यह भी पढ़ें– ‘पैलेस ऑन व्हील्स’….ओन्ली वे टू सी राजस्थान.. यात्रा का लुत्फ उठा चुके लोगों ने ट्रेन के लिए कुछ खास बोला मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अक्टूबर में मानसून विदा होने के बाद अब पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने पर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने पर सर्द मौसम के रफ्तार पकड़ने के आसार हैं। फिलहाल प्रदेश के अधिकांश जिलों में दिन में पारा सामान्य से तीन चार डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा रहने से उमस और गर्मी का जोर बना रहा है। हालांकि अब अधिकतम तापमान 40 डिग्री से कम दर्ज हो रहा है लेकिन पारा सामान्य से अधिक रहने और हवा में सापेक्षित आर्द्रता 90 फीसदी तक दर्ज होने पर गर्मी और उमस लोगों को बेचैन कर रही है।
यह भी पढ़ें– पिंकसिटी के दिलकश- खूबसूरत नजारे उतरेंगे सिल्वर स्क्रीन पर… जानें पर्यटन निगम ने क्या किया खास मौसम के वैज्ञानिकों का कहना है किए पश्चिमी प्रशांत महासागर में अलनीनो के कमजोर पड़ने एवं ला-नीना के सक्रिय होने की संभावना है। जो ठंड को बढ़ाने में सहायक हो सकती है। ला-नीना के कारण सामान्य तौर पर तापमान में गिरावट आती है। सर्दियों में भी इसके चलते अधिक वर्षा होती है। जिससे प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में तापमान सामान्य से कुछ कम हो जाता है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से प्रदेश में दिन के तापमान में आंशिक गिरावट शुरू होने के आसार हैं। वहीं तीसरे सप्ताह तक हल्की ठंडक बढ़ने की उम्मीद है। अच्छे मानसून सीजन के बार अब इस साल कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना है। अक्टूबर-नवंबर के दौरान ला- नीना के एक्टिव होने की भी संभावना है जिसके चलते इसी महीने ला-नीना एक्टिव होने पर दिसंबर और जनवरी के महीने में कड़ाके की सर्दी पड़ने की उम्मीद है।